हमले में घायल दारोगा बोले, मोती के मारे जाने पर मिला दिल को सुकून Aligarh News
कासगंज में शराब तस्कर के हमले में घायल हुए दारोगा अशोक कुमार रविवार को खुश नजर आए। वे जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज में भर्ती हैं। हमले के नौ दिन बाद हालत में सुधार होने पर वार्ड में शिफ्ट तो हो गए थे
अलीगढ़, जेएनएन। कासगंज में शराब तस्कर के हमले में घायल हुए दारोगा अशोक कुमार रविवार को खुश नजर आए। वे जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज में भर्ती हैं। हमले के नौ दिन बाद हालत में सुधार होने पर वार्ड में शिफ्ट तो हो गए थे, लेकिन गुमसुम थे। अब हमलावर एक लाख के इनामी शराब माफिया के मुठभेड़ में मारे जाने की खबर मिली तो चेहरे के भाव ही बदल गए। हल्की मुस्कान के बीच बोले, बुरे काम का नतीजा बुरा ही होता है। मोती के मारे जाने से उनके दिल को सुकून मिला है।
यह है मामला
कासगंज के गांव नगला धीमर में नौ फरवरी को दबिश देते समय उन पर हमला हुआ था। इसमें उनके सिपाही देवेंद्र कुमार की मौत हो गई थी। इससे दारोगा अशोक कुमार काफी दुखी हैं। हमले वाले दिन ही उन्हें गंभीर हालत में जेएन मेडिकल कालेज लाया गया। यहां आइसीयू में 18 फरवरी तक रखा गया। गुरुवार को वार्ड में शिफ्ट किए गए, लेकिन किसी से अधिक बातचीत की चिकित्सकों ने मनाही कर रखी थी। रविवार को शराब माफिया मोती के मुठभेड़ में मारे जाने की जानकारी दैनिक जागरण के प्रतिनिधि ने दी। इसे अच्छी खबर बताते हुए अशोक ने कहा कि वे देवेंद्र कुमार की मौत के गम को वे भुला नहीं पा रहे हैं। साथी पुलिसकर्मियों की वीरता पर उन्हें नाज है, जिन्होंने देवेंद्र की शहादत का 12वें दिन ही बदला चुका लिया है। इस मुठभेड़ के बाद यूपी पुलिस का इकबाल बुलंद हुआ है। पुलिस मुठभेड़ की कार्रवाई से प्रदेश के अन्य अपराधियों के हौसले पस्त होंगे। उन्होंने बताया कि घटना वाले दिन वे वांछितों की तलाश में जा रहे थे। तभी शराब माफिया मोती ङ्क्षसह व उसके साथियों ने हमला बोल दिया था। जैसे-तैसे उन्होंने अपनी जान बचाई थी। इस दौरान उनके पैरों व छाती समेत शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आई थीं। पैर का डाक्टरों ने आपरेशन कर दिया है। अब वे खुद को पहले से काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं।