अलीगढ़ में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देगी नई ऊंचाइयां

राष्ट्रीय वेबिनार में प्रो. अंसारी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में जो सुधारवादी कदम उठाए गए हैं वे ऐतिहासिक हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 02:31 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 02:31 AM (IST)
अलीगढ़ में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देगी नई ऊंचाइयां
अलीगढ़ में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देगी नई ऊंचाइयां

जासं, अलीगढ़ : एएमयू के दूरस्थ व आनलाइन शिक्षा केंद्र के निदेशक प्रो. नफीस अहमद अंसारी को नेशनल कांउसिल ऑन टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) भारत सरकार की ओर से शिक्षण कार्य में व्यावसायिक मानक: एक नीति परिप्रेक्ष्य विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में अतिथि वक्ता प्रो. अंसारी ने कहा कि भारत सरकार की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में जो सुधारवादी कदम उठाए गए हैं वह न केवल ऐतिहासिक हैं बल्कि उससे नई शिक्षा प्रणाली को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद मिलेगी।

यूएन-जीजीआइएम के आनलाइन सत्र में एएमयू टीम : एएमयू की टीम ने प्रो. काजी मजहर अली (अध्यक्ष, रिमोट सेंसिग एंड जीआइएस एप्लीकेशंस विभाग) की अगुवाई में संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल जीओ-स्पेशियल इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट (यूएन-जीजीआइएम) के 10वें आनलाइन सत्र में भाग लिया। इस वर्चुअल सत्र में एएमयू की ओर से पेश वक्तव्य को यूएनजीजीआइएम की अंतिम रिपोर्ट में शामिल किया गया है। प्रो. मजहर अली ने बताया कि 121 देशों से 400 से अधिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। जिसमें विश्व के 29 विश्वविद्यालय भी शामिल थे। इसमें एएमयू एकमात्र भारतीय विश्वविद्यालय था। सत्र में एएमयू और कार्लटन यूनिवर्सिटी कनाडा को आब्जर्वर नियुक्त किया गया। सत्र में प्रो. मजहर अली ने स्थानीय, क्षेत्रीय तथा वैश्विक फ्रेम वर्क में भू-स्थानीय सूचनाओं के वर्तमान तथा भविष्य के बिंदुओं पर प्रकाश डाला।

वेबटॉक का आयोजन 26 को : एएमयू के भाषा विज्ञान विभाग की ओर से 26 नवंबर को दोपहर ढाई बजे वेबटॉक का आयोजन किया जाएगा। इसमें केपटाउन विश्वविद्यालय, दक्षिण अफ्रीका के प्रो. एमरेट्स राजेंद्र मिस्त्री 'भोजपुरी-हिदी भाषी प्रवासी भारतीय, एक शताब्दी पूर्व तथा आज' विषय पर व्याख्यान पेश करेंगे। विभागाध्यक्ष प्रो. एमजे वारसी ने बताया कि वेबलिक से वेबटाक में भाग लिया जा सकता है।

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