जेएन मेडिकल कालेज में युवक को दिया नया जीवन

एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग में नेफरोलाजी और मेडिकल यूनिट ने गुर्दा रोगी का सफल आपरेशन किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 08:39 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 08:39 PM (IST)
जेएन मेडिकल कालेज में युवक को दिया नया जीवन
जेएन मेडिकल कालेज में युवक को दिया नया जीवन

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग में नेफरोलाजी और मेडिसिन यूनिट ने दो गुर्दा रोगियों का सफलतापूर्वक टन्नेल्ड कैथेटर प्लेसमेंट कर उनको नया जीवन दिया। 14 वर्षीय गुर्दा रोगी फैज व 51 वर्षीय मुकेश को चिकित्सकों ने किडनी ट्रांसप्लांट की नौबत से बचा लिया।

मेडिसिन विभाग के डा. सैफ कैसर जो हाल में पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ से डीएम नेफरोलाजी कोर्स पूरा कर वापस जेएन मेडिकल लौटे हैं, ने बताया कि रोगी फैज व मुकेश अनिद्रा की समस्या, आंखों की सूजन, मांसपेशियों में ऐंठन, सूजन, बार-बार पेशाब करने की इच्छा, भूख न लगना, थकान, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं से पीड़ित थे। उनका रोग धीरे-धीरे किडनी के फेल हो जाने जैसी गंभीर समस्या को जन्म दे रहा था, जिसके लिए किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है। मगर उन्होंने उन दोनों पर टन्नेल्ड कैथेटर प्लेसमेंट का सफलतापूर्वक प्रयोग कर दोनों को राहत दी। बताया कि अब फैज व मुकेश गुर्दे के प्रत्यारोपण की योजना भी बना सकते हैं। मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रो. अंजुम मिर्जा चुगताई ने कहा कि टन्नेल्ड कैथेटर पर्मकैथ प्लेसमेंट कुछ चुनिदा केंद्रों पर की जाने वाली एक जटिल प्रक्रिया है। जेएन मेडिकल में चिकित्सा विभाग सीकेडी और अन्य रोगों से पीड़ित लोगों को राहत प्रदान कर रहा है। एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने चिकित्सकों को बधाई दी। कहा कि चिकित्सक जटिल प्रक्रियाओं का संचालन करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। जबकि कई अस्पताल कोविड लहर के कारण सर्जरी को टाल रहे थे। मगर इस परिस्थिति में भी जेएन मेडिकल के चिकित्सकों ने कभी अपनी सेवाओं से मुंह नहीं मोड़ा।

बढ़ेगी जेएनएमसी एमबीबीएस की सीटें : एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने एमबीबीएस सीटों की संख्या 150 से बढ़ाकर 200 करने के लिए किए गए आवेदन को स्वीकार कर लिया है। अगले साल से जेएन मेडिकल कालेज में सीटों की संख्या बढ़ाने के निर्णय को एनएमसी अधिकारियों की ओर से निरीक्षण सर्वेक्षण के बाद लागू किया जाएगा।

कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि कोविड महामारी ने स्वास्थ्य में पर्याप्त संख्या में योग्य और कुशल मानव संसाधनों के महत्व की प्रासंगिकता को रेखांकित किया। उसके लिए यह जरूरी है कि देशभर में जेएन मेडिकल व अन्य मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस सीटों की संख्या में वृद्वि हो। उन्होंने कहा कि छात्रों की संख्या में वृद्धि को पूरा करने के लिए हमारे पास एक उन्नत बुनियादी ढांचा, पर्याप्त संकाय सदस्य, अपेक्षित सर्जरी ओटी, लेक्चर हाल, वा‌र्ड्स, बड़े और पर्याप्त आवासीय छात्रावास और अत्याधुनिक प्रयोगशाला सुविधाएं हैं। इस बीच, यूपी नर्स और मिडवाइव्स काउंसिल ने इंडियन नर्सिंग काउंसिल की अधिसूचना के अनुसार जेएन मेडिकल की ओर से संचालित जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी पाठ्यक्रम को बीएससी नर्सिंग डिग्री में 20 छात्रों के प्रवेश के साथ अपग्रेड करने की अनुमति दी है।

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