नई शिक्षा नीति से छात्र-छात्राओं में होगा लाइफ स्किल्स का विकास Aligarh news

नई शिक्षा प्रणाली के जरिए देश का निरन्तर विकास सुनिश्चित किया गया है। इसमें लाइफ स्किल्स को जोड़ा गया है। जिससे छात्र-छात्राओं में लाइफ स्किल्स का भी विकास हो सकेगा। शिक्षा प्रणाली में बदलाव करते हुए उच्च गुणवत्ता और व्यापक शिक्षा तक सबकी पहुंच सुनिश्चित की गई है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 01:50 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 02:11 PM (IST)
नई शिक्षा नीति से छात्र-छात्राओं में होगा लाइफ स्किल्स का विकास Aligarh news
मंगलायतन विश्‍वविद्यालय में नई शिक्षा नीति पर सामूहिक चर्चा करते विशेषज्ञ।

अलीगढ़, जेएनएन । नई शिक्षा प्रणाली के जरिए देश का निरन्तर विकास सुनिश्चित किया गया है। इसमें लाइफ स्किल्स को जोड़ा गया है। जिससे छात्र-छात्राओं में लाइफ स्किल्स का भी विकास हो सकेगा। शिक्षा प्रणाली में बदलाव करते हुए उच्च गुणवत्ता और व्यापक शिक्षा तक सबकी पहुंच सुनिश्चित की गई है। यह बातें मंगलायतन विश्वविद्यालय के डायरेक्टर अकादमिक एंड रिसर्च प्रो. उल्लास गुरूदास ने कहीं।

नई शिक्षा नीति पर सामूहिक चर्चा 

मंविवि में शुक्रवार को एनईपी -2020 और इसके प्रभाव विषय पर कार्यशाला आयोजित हुई। जिसमें नई शिक्षा नीति पर सामूहिक चर्चा की गई। जिसमें शिक्षकों के चार समूह बनाए गए। जिन्होंने दिए गए विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रथम समूह में वसीम अहमद खान, विकास वर्मा और मयंक जैन ने विभिन्न पाठ्यक्रमों में सर्वांगीण विकास पर चर्चा की। दूसरे समूह में डा. राम कृष्ण घोष, डा. सुलभ चतुर्वेदी, अंकिता शुक्ला ने एनईपी वास्तव में भारत में शिक्षा में सुधार कर सकता है विषय पर अपनी बात रखी। तीसरे समूह में यादवेंद्र सिंह ठेनुआ, जितेंद्र सिंह, रामगोपाल सिंह, पूनम गुप्ता, आकाश उपाध्याय ने उच्च शिक्षा पर चर्चा की। चतुर्थ समूह में डा. सैयद दानिश यासीन नकवी, डा. मोहम्मद साकिब, डा. संतोष कुमार गौतम ने स्कूली शिक्षा पर एनईपी के प्रभाव पर अपनी बात रखी।

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