'जल उठे चराग' के विमोचन से पूरी हुई महाकवि एवं गीतकार नीरज की इच्छा

कवि एवं लेखक आनन्द अमितेष के प्रथम काव्य संग्रह की पुस्तक जल उठे चराग का विमोचन जनकपुरी स्थित महाकवि गोपालदास नीरज के निवास पर उन्हीं के पुत्र मिलन प्रभात गुंजन एवं पुत्रवधू रंजना सक्सेना ने संयुक्त रूप से किया।

By Edited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 08:15 AM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 09:17 AM (IST)
'जल उठे चराग' के विमोचन से  पूरी हुई महाकवि एवं गीतकार नीरज की इच्छा
'जल उठे चराग' के विमोचन से पूरी हुई महाकवि एवं गीतकार नीरज की इच्छा

अलीगढ़ (जेएनएन) । कवि एवं लेखक आनन्द अमितेष के प्रथम काव्य संग्रह की पुस्तक 'जल उठे चराग' का विमोचन जनकपुरी स्थित महाकवि गोपालदास नीरज के निवास पर उन्हीं के पुत्र मिलन प्रभात गुंजन एवं पुत्रवधू रंजना सक्सेना ने संयुक्त रूप से किया। पुस्तक प्रसिद्ध लोक भारती प्रकाशन (राजकमल समूह) से प्रकाशित हुई है। बुलंदशहर में एडिशनल डीएसटीओ के पद पर नियुक्त आनन्द अमितेश ने बताया कि नीरज चाहते थे कि इस पुस्तक का विमोचन करें, मगर ऐसा नहीं हो पाया। इसलिए उनके ही शयन कक्ष में उन्हीं के पुत्र व पुत्रवधू से विमोचन कराया गया। पुस्तक में 'दो शब्द' के रूप में नीरज के लिखे शब्द- 'प्रार्थनाओं के तीव्र वेगों में उठी इन कविताओं को पढ़कर हृदय में उठते वेगों को शब्दों में बाध पाना अत्यंत मुश्किल है।'  को मिलन गुंजन ने पढ़कर सुनाया।

साहित्यकार डॉ. प्रेम कुमार ने व्यक्तित्व डाला प्रकाश
इस मौके पर डॉ. प्रेम कुमार ने नीरज के व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही अमितेष को हिंदी काव्य जगत में नए शिखर छूने की बधाइयां एवं शुभकामनाएं भी दीं।

गीतों के जरिए दिलों में रहेंगे नीरज
अमितेष के पिता चरन सिंह मां सावित्री देवी एवं पत्‍‌नी प्रियंका सिंह काफी भावुक दिखे। अजय चौहान, स्वामी धर्मदेव दत्त, स्वामी आनन्द शाक्य, ओंकार सिंह, प्रमोद प्यासा ने भी विचार रखे। साथ ही कहा कि महाकवि नीरजजी भले ही हमारे बीच नहीं है, लेकिन गीतों के जरिए हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे। उनके गीत सदा युवाओं के लिए प्रेरणा दायक रहेंगे। इस मौके पर केबी गुप्ता, निशा गुप्ता, मनोज गोयल, देव अविनाश, मानव माहेश्वरी, प्रीती, रश्मि पाठक, सुषमा चौहान आदि मौजूद रहे।

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