विकास की राह तक रहे नगला लाले और ककरुआ, कीचड़ और गंदगी से निकलना आदतों में शुमार
गंगीरी विकास खंड की ग्राम पंचायत आलमपुर फतेहपुर के मजरे नगला लाले और ककरुआ विकास की राह तक रहे हैं। प्रशासन से इतना न हो सका कि यहां सड़कों की मरम्मत ही करा दे। मुख्य मार्ग पर भी कीचड़ जलभराव रहता है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। गंगीरी विकास खंड की ग्राम पंचायत आलमपुर फतेहपुर के मजरे नगला लाले और ककरुआ विकास की राह तक रहे हैं। प्रशासन से इतना न हो सका कि यहां सड़कों की मरम्मत ही करा दे। मुख्य मार्ग पर भी कीचड़, जलभराव रहता है। स्कूली बच्चे अक्सर कीचड़ में फिसल जाते हैं। ग्रामीणों को भी आने-जाने में परेशानी हो रही है।
ग्राम पंचायत में नहीं हुआ कोई काम
ग्राम पंचायत आलमपुर फतेहपुर की आबादी करीब 7,500 है और वोटर 3,400। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों मजरों के अलावा ग्राम पंचायत में भी कोई विकास कार्य नही हुए। नगला लाले के बाईपास मार्ग पर जलभराव, कीचड़ के चलते काफी परेशानी हो रही है। गांव में गालियां भी बदहाल हैं। सफाई कर्मचारी कभी आते नहीं। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने शौचालय निर्माण के आदेश दिए थे। लेकिन, प्रधान ने अपने चहेतों के ही शौचालय बनवाए। पात्र लोगों को सरकारी आवास और शौचालय नहीं मिले हैं। सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। सैकड़ों पात्र महिला व पुरूष पेंशन के लिए भटक रहे हैं। गोशाला निर्माण न होने से किसानों को रात में जागकर निराश्रित गोवंशीयों से फसलों की रखवाली करनी पड़ती है। जबकि, शासन-प्रशासन द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में गोशाला बनवाने के दावे किए जा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि एक गली में सीसी सड़क का निर्माण दर्शाकर पैसा निकाल लिया गया। जबकि, गली बदहाल पड़ी है। शिकायतें करने के बाद भी अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे।
ग्रामीणों के बोल
नगला लाले में एक गली में सीसी सड़क का निर्माण दर्शाकर पूरा पैसा तो निकाल लिया गया, गली में आज भी जलभराव व गंदगी है। इस ओर किसी का ध्यान नहीं है।
- अनिल कुमार
गांव नलगा लाले व नगला ककरुआ में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। पात्रों को योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा है।
- वीरी सिंह
गांव में गोशाला का निर्माण न होने की वजह से निराश्रित गोवंशीय फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कई बार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।
- बिजेंद्र सिंह
इनका कहना है
नगला लाले के बाईपास पर करीब छह साल पूर्व खड़जा डलवाया गया था। रोड नीचा होने के चलते जलभराव हो गया है। अवैध कब्जों के चलते नाले के निर्माण में अड़चन आ रही है। बिना सड़क निर्माण के पैसा निकालने का आरोप निराधार है। उस गली को कार्ययोजना में शामिल किया गया है। अभी निर्माण हुआ ही नही है तो पैसा कैसे निकाल सकते हैं।
- हप्पू सिंह, ग्राम प्रधान