लूटपात के विरोध में तो नहीं की स्वर्णकार हत्या

अलीगढ़ : गभाना क्षेत्र में कटरा मोड़ स्थित देवी मंदिर के पास मंगलवार की देर शाम गांव मढ़ौला नि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Jan 2018 02:16 AM (IST) Updated:Wed, 24 Jan 2018 02:16 AM (IST)
लूटपात के विरोध में तो नहीं की स्वर्णकार हत्या
लूटपात के विरोध में तो नहीं की स्वर्णकार हत्या

अलीगढ़ : गभाना क्षेत्र में कटरा मोड़ स्थित देवी मंदिर के पास मंगलवार की देर शाम गांव मढ़ौला निवासी स्वर्णकार राजेश वर्मा (28)की हत्या से सनसनी फैल गई है। हत्या क्यों की गई, अभी यह खुलासा तो नहीं हो सका, लेकिन परिजन लूट की आशंका जता रहे हैं। वारदात से परिजन बेहाल हैं।

परिजनों की मानें तो राजेश रोजाना दुकान से बैग लेकर आता था जिसमें दुकानदारी के अलावा सोने, चांदी के जेवरात भी भरे रहते थे, लेकिन घटना के बाद बैग नहीं मिला है। केवल खाने का टिफिन मिला है। ग्रामीणों में चर्चा है कि राजेश की लूटपाट के प्रयास का विरोध करने पर ही बदमाशों ने हत्या की है।

हमलावर कौन थे? इसकी जानकारी किसी को नहीं है। ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने जब गोली चलने की आवाज सुनी और वे भागकर मौके पर पहुंचे उससे पूर्व ही हमलावर भाग चुके थे। अंधेरा होने के चलते पता नहीं चल सका कि वे किस वाहन से आए थे और वारदात को अंजाम देकर कहां चले गए। एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि परिजनों की ओर से अभी कोई तहरीर नहीं मिली है, फिलवक्त मामले में गहनता से जांच की जा रही है।

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परिवार में सबसे छोटा था राजेश

राजेश पांच भाई- बहनों में सबसे छोटा था। बड़े भाई की काफी समय पूर्व बीमारी में मौत हो चुकी है। दूसरे नंबर का शीलेंद्र वर्मा इलाके के ही भांकरी गांव में तीसरा राजकपूर वर्मा भरतरी गांव में स्वर्णकार की दुकान करता था। तीनों भाई सुबह घर से निकलते थे और शाम को वापस आते थे। मंगलवार को शीलेंद्र किसी काम की वजह से घर से दुकान नहीं गया था।

आठ माह पहले ही हुई थी शादी

वारदात की जानकारी के बाद राजेश की पत्‍‌नी मंजू बेसुध हो गई। आठ माह पूर्व ही बीते मई 17 में ही उसकी शादी हुई थी। मंजू से राजेश की शाम को बात हुई थी। तब उसने खराब मौसम होने की वजह से जल्दी घर आने की बात कही थी। यह अहसास न था कि यह उसकी अंतिम बातचीत बन जाएगी।

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