अपनी ही लापरवाही का ढिंढाेरा पीट रहे नगर निगम अफसर, जानिए कैसे Aligarh News
कोरोना संकट में सेहत की नसीहतें दे रहे नगर निगम के अफसर सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के मानक भूल गए हैं। कर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपकरण मुहैया कराए नाले नालियों व सीवर की सफाई कराई जा रही है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना संकट में सेहत की नसीहतें दे रहे नगर निगम के अफसर सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के मानक भूल गए हैं। कर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपकरण मुहैया कराए नाले, नालियों व सीवर की सफाई कराई जा रही है। हैरत की बात है कि कर्मचारियों पर ग्लब्स तक नहीं है। जबकि, पिछले साल ही लाखों के उपकरण खरीदे गए थे। जिनका वार्ड स्तर पर वितरण भी हुआ था। आखिर, वे उपकरण कहा हैं? गणतंत्र दिवस से पहले नाले, नालियों की सफाई में लगे कर्मचारियों पर उपकरण नहीं थे। हास्यप्रद यह रहा कि बिना सुरक्षा उपकरणों के सफाई कार्य करते कर्मचारियों के फोटो नगर निगम अधिकारी खुद ही निगम के वाट्सएप ग्रुप, फेसबुक व अन्य अकाउंट पर पोस्ट करा रहे हैं। कर्मचारियों को मास्क तक उपलब्ध नहीं कराए गए और अधिकारी खुद मास्क लगाकर अपनी निगरानी में काम करा रहे हैं।
सफाई कर्मचारियों को संक्रमण का खतरा
सफाई कर्मचारियों को संक्रमण का खतरा बना रहता है। बावजूद इसके इन पर सुरक्षा उपकरणों का अभाव है। सफाई व्यवस्था पर नगर निगम द्वारा करीब 35 करोड़ रुपये सालाना खर्च किया जाता है। इस बजट में सफाई कर्मियों के लिए सुरक्षा सामग्री का भी खर्च शामिल है। इसके बाद भी कर्मचारियों के पास हमेशा सुरक्षा साम्रगी का अभाव रहता है। इसको लेकर कर्मचारी नेता कई बार मांग कर चुके हैं। पिछले साल लाखों रुपये के उपकरण खरीदे गए थे। ग्लब्स, जूते, आक्सीजन मास्क, ड्रेस आदि उपकरण गिनाए गए। लेकिन, कर्मचारियों को मुहैया नहीं कराए गए। जबकि, कोरोना संकट में तो सुरक्षा उपकरण और भी जरूरी हैं। पिछले तीन दिन से शहर के विभिन्न मार्गों पर सफाई कार्य में जुटे रहे कर्मचारियों पर सुरक्षा उपकरण नहीं थे। नालों की सफाई के लिए ग्लब्स, मास्क तक उपलब्ध नहीं कराए गए। जबकि, सफाई कार्य के दौरान स्वच्छता निरीक्षण, जोनल अधिकारी भी मौजूद थे।
पोकलैंड मशीन से कराई सफाई
जीवनगढ़ पर ईदगाह के निकट नगर निगम 22 टन की क्षमता वाली पोकलैंड मशीन से नाले की सफाई कराई। यह नाला सिंचाई विभाग के अधीन है। सफाई के लिए विभाग ने अनुमति दे दी है। नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने अधीनस्थ अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वर्षा ऋतु से पहले बड़े नालों की सफाई करा दी जाए। कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने के निर्देश भी दिए हैं। नगर आयुक्त ने कहा कि स्वच्छता निरीक्षकों की जिम्मेदारी है कि उनके अधीन काम कर रहे कर्मचारियों पर सुरक्षा उपकरण हों। इस संबंध में दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।