अलीगढ़ में नगर निगम ने बढ़ाई अपनी संपत्तियों पर निगरानी, ऐसे बनाई रणनीति

नगर निगम ने संपत्तियों पर निगरानी बढ़ा दी है। वहीं संपत्तियों का ब्यौरा जुटाकर रिकार्ड को डिजिटलाइज किया जा रहा है। जिससे आवश्यकता पड़ने पर अधिकारी किसी भी संपत्ति का रिकार्ड ऑनलाइन देख सकें। 40 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कब्जा मुक्त कराई जा चुकी है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 09:53 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 09:53 AM (IST)
अलीगढ़ में नगर निगम ने बढ़ाई अपनी संपत्तियों पर निगरानी, ऐसे बनाई रणनीति
40 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कब्जा मुक्त कराई जा चुकी है।

अलीगढ़, जेएनएन। अपनी संपत्तियों पर हो रहे कब्जों से आजीज आ चुके नगर निगम ने संपत्तियों पर निगरानी बढ़ा दी है। वहीं, संपत्तियों का ब्यौरा जुटाकर रिकार्ड को डिजिटलाइज किया जा रहा है। जिससे आवश्यकता पड़ने पर अधिकारी किसी भी संपत्ति का रिकार्ड ऑनलाइन देख सकें। निगम अधिकारियों की इसी सतर्कता के चलते पिछले तीन माह में 40 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कब्जा मुक्त कराई जा चुकी है। कालीदह पोखर की बेशकीमती जमीन पर हो रहे कब्जे पर कार्रवाई की गई। मुकदमे भी दर्ज हुए हैं। 

जेसीसी से अतिक्रमण ढहाए

नगर निगम ने 2019 में अपनी संपत्तियों पर हो रहे कब्जों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ा था। तब पांच महीने लगातार कार्रवाई कर 24.28 हेक्टेयर जमीन कब्जा मुक्त कराई गई थी, जिसकी कीमत 11.49 अरब रुपये आंकी गई। कार्रवाई के दौरान नगर निगम की जमीन पर खड़े कई मैरिज होम, ट्रांसपोर्ट कंपनियां, पेट्रोल पंप, स्कूल, मकान ध्वस्त करा दिए गए। रामघाट रोड, सेंटर प्वाइंट, गूलर रोड पर भी जेसीसी से अतिक्रमण ढहाए गए। गूलर रोड पोखर को कब्जा मुक्त कराने के लिए अधिकारियों को काफी विरोध झेलना पड़ा था। इसी विरोध के चलते छह हेक्टेयर में फैली पोखर की जमीन में से निगम अधिकारी दो हेक्टेयर भूमि ही कब्जा मुक्त करा सके। पूरी जमीन की कीमत करीब 71 करोड़ है, इसमें 22 करोड़ की जमीन पर निगम अपना कब्जा ले सका। इन संपत्तियों पर वर्षों पुराने कब्जे थे। कई मामले में काेर्ट में लंबित है। पुराने कड़बे अनुभवों से सतर्क निगम अधिकारी अब अपनी किसी संपत्ति पर कब्जा नहीं होने दे रहे। भनक लगते ही टीम तत्काल मौके पर पहुंच जाती है। पिछले ही दिनों स्वर्ण जयंती नगर में 13 करोड़ रुपये की जमीन कब्जा मुक्त कराई थी। रघुवीरपुरी में शुक्रवार को ही डेढ़ करोड़ रुपये की जमीन कब्जा मुक्त हुई है। बन्नादेवी क्षेत्र के एलमपुर में कई हेक्टेयर जमीन पर निगम ने अपना कब्जा लिया था। यहां वेस्ट सब स्टेशन, चार्जिंग स्टेशन, रेंटल हाउसिंग अपार्टमेंट, बारात घर का निर्माण कराया गया है। कुछ प्रोजेक्ट अभी लंबित हैं। 

प्रत्येक जोन में लगाई टीमें

संपत्तियों पर निगरानी करने के लिए प्रत्येक जोन में टीमें सक्रिय हैं। शहर में निगम के चार जोन हैं, प्रत्येक में जोनल अधिकारी नियुक्त हैं। पूर्व में जोन स्तर पर ही अभियान चला था। जोन एक में 36520 वर्गमीटर जमीन से कब्जा हटवाया गया। जोन दो में 417220 वर्गमीटर, जोन तीन में 6570 वर्गमीटर और जोन चार में 158033 वर्गमीटर जमीन को निगम कब्जा मुक्त कराया। कब्जा मुक्त कुल जमीन की कीमत 11,49,42,89,000 आंकी गई।

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