दिग्गज शिक्षक नेता ओमप्रकाश के निधन से शोक की लहर, आठ टर्म एमएलसी रहे Aligarh News
शिक्षक राजनीति के दिग्गज शिक्षक नेता मेरठ निवासी ओमप्रकाश शर्मा का शनिवार देर शाम निधन हो गया। उनके निधन से शिक्षक समाज में शोक की लहर दौड़ गई। वे मेरठ शिक्षक खंड से लगातार आठ टर्म (48 साल) से विधान परिषद सदस्य रहे।
अलीगढ़, जेएनएन। शिक्षक राजनीति के दिग्गज शिक्षक नेता मेरठ निवासी ओमप्रकाश शर्मा का शनिवार देर शाम निधन हो गया। उनके निधन से शिक्षक समाज में शोक की लहर दौड़ गई। वे मेरठ शिक्षक खंड से लगातार आठ टर्म (48 साल) से विधान परिषद सदस्य रहे। इस साल अपने नौवें शिक्षक एमएलसी चुनाव में वो भाजपा के श्रीचंद्र शर्मा से हार गए थे। वे माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तरप्रदेश (शर्मा गुट) के प्रदेश अध्यक्ष पद पर थे। शिक्षकों व शिक्षा के उत्थान के प्रति उनकी लगन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनके निधन की सूचना पर माध्यमिक शिक्षक संघ हो या वित्तविहीन शिक्षक संघ हर किसी ने दुख व्यक्त किया। बीती पांच जनवरी 2021 को उनका 87वां जन्मदिन भी मनाया गया था।
ओमप्रकाश पूरे प्रदेश के नेता थे। अलीगढ़ से उनका विशेष लगाव था। लखनऊ जाना होता था तो अलीगढ़ होकर ही जाते थे। उनके निधन से शिक्षक समाज को जो क्षति हुई है उसकी पूर्ति नहीं की जा सकती। शानदार व कद्दावर शिक्षक नेता शिक्षक समाज ने खो दिया।
जगवीर किेशोर जैन, पूर्व विधान परिषद सदस्य
ओमप्रकाश जी का ओहदा ऐसा था कि वो माध्यमिक या वित्तविहीन की सीमा में नहीं बंधे थे। वे शिक्षकों के लिए लड़ते थे। उन्हीं के प्रयास सेशिक्षकों को वेतन मिल रहा है। पहले वित्तविहीन कॉलेज होते थे, एडेड की व्यवस्था इनके प्रयास से हुई। उनका निधन बड़ी क्षति है।
नीरज शर्मा, प्रदेश महामंत्री, वित्तविहीन शिक्षक महासभा उत्तरप्रदेश
ओमप्रकाश जी शिक्षक नेता की उपाधि से ऊपर उठकर शिक्षकों के आदर्श बन चुके थे। उनके निधन से शिक्षा जगत को भारी क्षति हुई है। वो शिक्षक राजनीति के सिरमौर थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।
डा. दिनेश कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष, उत्तरप्रदेश प्रधानाचार्य परिषद