अलीगढ़ में दुल्हन बनेंगी जानकी, बरात लाएंगे श्रीराम

विवाह पंचमी पर टीकाराम मंदिर में होगा आयोजन अनुमति न मिलने से मंदिर परिसर में निकलेगी बरात।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 09:20 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 09:47 PM (IST)
अलीगढ़ में दुल्हन बनेंगी जानकी, बरात लाएंगे श्रीराम
अलीगढ़ में दुल्हन बनेंगी जानकी, बरात लाएंगे श्रीराम

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : विवाह पंचमी पर बुधवार को मां जानकी और भगवान श्रीराम की शादी की सालगिरह हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी। यहां शहर में सेंटर प्वाइंट स्थित टीकाराम मंदिर में विवाह का वृहद आयोजन किया जाएगा। मां जानकी की प्रतिमा को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा, वहीं श्रीराम की प्रतिमा लेकर भक्त बरात लेकर जाएंगे। राम और जानकी का विवाह देखने काफी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में जुटेंगे। शहर में बरात निकालने की प्रशासनिक अनुमति न मिलने से मंदिर परिसर में ही बरात निकाली जाएगी।

मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को विवाह पंचमी का पर्व मनाया जाता है। टीकाराम मंदिर में हर साल यह आयोजन होता है। मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया जा रहा है। शाम 6:30 बजे श्रीराम की बरात निकलेगी। रात नौ बजे विवाह होगा। मंदिर में फूल बंगला, मंडप सजेगा। पांच पंडित विवाह कराएंगे। चित्रकूट व अयोध्या के संत भी आएंगे। मंदिर के पुजारी राजू पंडित ने बताया कि पौराणिक कथाओं के अनुसार विवाह पंचमी के दिन ही माता जानकी और भगवान श्रीराम का विवाह हुआ था। हर साल इस दिन को भगवान राम और माता जानकी की शादी की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है। टीकाराम मंदिर में विशाल आयोजन किया जाएगा। श्रद्धालु पूजा, यज्ञ, अनुष्ठान और रामचरितमानस का पाठ भी करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन श्रद्धाभाव से मां जानकी और भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। विवाहितों के सौभाग्य में वृद्धि होती है। उन्होंने बताया कि शहर में बरात निकालने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी, मगर नहीं मिल सकी। इसलिए मंदिर परिसर में ही बरात निकालने का निर्णय लिया गया है। भव्यता के साथ बरात निकाली जाएगी, जिसमें बरात में होने वाले सभी साधन होंगे। सभी रस्मों को भी निभाया जाएगा। विवाह को देखने दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं। विवाह के बाद भंडारा होगा।

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