कोरोना काल में टीबी रोगियों का ज्यादा खतरा, जानिए क्यों, ऐसे करें सुरक्षा Aligarh News
कोरोना काल में अन्य गंभीर बीमारियों के साथ टीबी रोगियों को भी ज्यादा खतरा है और सावधानी बरतने की जरूरत है। दरअसल टीबी रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी घट जाती है ऐसे में कोरोना वायरस उनपर तेजी से हमला करता है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना काल में अन्य गंभीर बीमारियों के साथ टीबी रोगियों को भी ज्यादा खतरा है और सावधानी बरतने की जरूरत है। दरअसल, टीबी रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी घट जाती है, ऐसे में कोरोना वायरस उनपर तेजी से हमला करता है। इसलिए मास्क के साथ शारीरिक दूरी व सैनिटाइजेशन भी बहुत जरूरी है। मास्क ने केवल कोरोना संक्रमण को सांस के जरिए फैलने से रोकता है, बल्कि सांस के जरिए बैक्टीरिया से होने वाली टीबी से भी बचाता है।
पूरे परिवार को मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अनुपम भास्कर ने बताया कि कोरोना संक्रमण व टीबी का प्रसार रोकने में मास्क बेहदर कारगर है। कोविड के टीके के प्रति संपूर्ण प्रतिरक्षण के बाद भी भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का इस्तेमाल सेहत की दृष्टि से अच्छा व्यवहार होगा। यदि किसी के घर में टीबी का मरीज है तो रोगी के साथ पूरे परिवार को मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। बहरहाल, शासन के आदेश पर ओपीडी सेवा को बंद किया गया है। वर्तमान में चल रहे टीबी मरीज उपचार, दवा या इलाज संबंधी किसी भी समस्या या परेशानी के संबंध में जिला कार्यक्रम समन्वयक सत्येंद्र कुमार के मोबाइल नंबर 9319106501 पर संपर्क कर सकते हैं। उनकी पूरी मदद की जाएगी।
ऐसे पहने मास्क
-मास्क को कभी भी बाहर की तरफ से इस्तेमाल के बाद न छुएं।
-सर्जिकल मास्क एक बार से ज्यादा प्रयोग न करें।
-कपड़े के मास्क को अच्छी तरह से धुलने के बाद ही इस्तेमाल करें।
-अकेले रहने पर मास्क लगाने की आवश्यकता नहीं है।
-मास्क को कभी उल्टा इस्तेमाल न करें।
टीबी के लक्षण
-तीन सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार जो खासतौर पर शाम को बढ़ता है ।
-छाती में दर्द, वजन का घटना, भूख में कमी आना।
-बलगम के साथ खून आना।
-फैंफड़े का संक्रमण व सांस लेने में दिक्कत।
टीबी से बचाव
-बच्चों को जन्म से एक माह के अंदर टीबी का टीका लगवाएं ।
-खांसते समय मुंह पर रुमाल रखें ।
-रोगी जगह-जगह न थूके।
- एल्कोहल का सेवन और धूमपान न करे।
- बीमारी होने पर पूरा इलाज कराएं।