अलीगढ़ में इलाज के नाम पर अधिक वसूली, मैक्सफोर्ट अस्पताल सील aligarh news

आरोप है कि एक दिन में 50 हजार रुपये लिए गए हैैं। अस्पताल संचालक का कहना है कि यह कोविड अस्पताल नहीं है। खर्चा पहले ही बता दिया गया था जबकि प्रशासन का कहना है कि तय मानक से अधिक रुपये नहीं लिए जा सकते।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 11:11 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 11:21 PM (IST)
अलीगढ़ में इलाज के नाम पर अधिक वसूली, मैक्सफोर्ट अस्पताल सील aligarh news
अलीगढ़ में प्रशासन ने मैक्स अस्पताल सील किया है

जासं, अलीगढ़ : कोरोना काल में निजी अस्पतालों में मरीजों से इलाज के नाम पर अधिक वसूली रुकने का नाम नहीं ले रही है। प्रशासनिक जांच में पता लगा कि रामघाट रोड स्थित मैक्सफोर्ट अस्पताल में तय मानकों से अधिक रुपये लिए जा रहे थे। यह जांच निमोनिया से पीडि़त एक महिला के स्वजन की शिकायत पर की गई। आरोप है कि एक दिन में 50 हजार रुपये लिए गए हैैं। अस्पताल संचालक का कहना है कि यह कोविड अस्पताल नहीं है। खर्चा पहले ही बता दिया गया था, जबकि प्रशासन का कहना है कि तय मानक से अधिक रुपये नहीं लिए जा सकते। अस्पताल को सील कर दिया गया है। केवल मरीज वार्ड छोड़ दिया गया है। साथ ही अस्पताल प्रबंधन से जवाब तलब भी किया गया है।

इस तरह हुई कार्रवाई 

अधिक रुपये लेने की शिकायत मैक्सफोर्ट अस्पताल में भर्ती 72 वर्षीय सीमा देवी के स्वजन ने शुक्रवार को डीएम से शिकायत की थी। बताया था कि अस्पताल प्रबंधन शासन से तय मानकों से अधिक वसूली कर रहा है। कोरोना नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा। डीएम ने एसीएम द्वितीय बी अंजुम के नेतृत्व में टीम को अस्पताल भेजा। जांच के बाद अस्पताल की ओपीडी व अन्य परिसर को सील कर दिया। वार्ड में दो दर्जन से अधिक मरीज थे। इसलिए इसे छोड़ दिया गया है। सीएमओ भानु प्रताप कल्याणी ने बताया कि एक दिन में 50 हजार रुपये लेने की शिकायत मिली थी। निमोनिया के मरीज से एक दिन में इतनी फीस वसूलना पूरी तरह नियमों के खिलाफ है। अधिक वसूली करने वाले सभी अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करने पर भी विचार किया जा रहा है।


यह कार्रवाई गलत है। अस्पताल का कोरोना लाइसेंस छह मई को ही निरस्त हो चुका है। अस्पताल के लिए शासन से तय धनराशि का नियम लागू नहीं होता है। हमारे यहां कोई भी कोविड मरी•ा भर्ती भी नहीं हो रहा है। आइसीयू व वेंटीलेटर के हिसाब से ही मरीजों से पैसे लिए जा रहे हैं। भर्ती करने से पहले मरी•ा को निर्धारित फीस बता दी जाती है।
डा. चितरंजन, संचालक मैक्सफोर्ट अस्प्ताल
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अधिकतर मरीज अस्पतालों की झूठी शिकायत करते हैं। ऐसे में प्रशासन को जांच पड़ताल के बाद ही कार्रवाई करनी चाहिए। अगर बिना जांच पड़ताल के यह कार्रवाई हुई तो यह गलत है। आइएमए के पदाधिकारी भी इस पर चर्चा करेंगे।
डा. भरत वाष्र्णेय, सचिव, आइएमए
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14 दिन बाद कोरोना जांच रिपोर्ट अपलोड करने पर पैथकाइंड को किया लैब सील
जासं, अलीगढ़ : कोरोना संक्रमितों की जांच में निजी लैब लापरवाही कर रही हैं। शहर में पैथकाइंड लैब 14-14 दिन में मरीजों की रिपोर्ट अपलोड कर रही है। दो दिनों में एक से 14 मई तक की 150 से अधिक जांच रिपोर्ट को अपलोड किया गया है। इस लापरवाही पर स्वास्थ्य विभाग ने लैब को सील कर दिया है। डीएम के निर्देश पर सीएमओ डा. बीपी कल्याणी ने यह कार्रवाई की है।

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