Hathras Case: Molested दुष्‍कर्म पीड़िता के भाई ने कहा, पूरे मामले की हो न्‍यायिक जांच

उत्‍तर प्रदेश के जनपद हाथरस के चंदपा इलाके के गांव बूलगढ़ी में दुष्‍कर्म पीड़िता के भाई ने राज्य सरकार से मांग की हैं कि इस मामले की जांच की जाए और दोषियों को फांसी दी जाए। हम भी सुरक्षा चाहते हैं। प्रशासन हमें बहुत दबाव में डाल रहा है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 10:49 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 10:49 AM (IST)
Hathras Case: Molested दुष्‍कर्म पीड़िता के भाई ने कहा, पूरे मामले की हो न्‍यायिक जांच
हमें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है, न्यायिक जाँच होनी चाहिए।

हाथरस जेएनएन:  उत्‍तर प्रदेश के जनपद हाथरस के चंदपा इलाके के गांव बूलगढ़ी में दुष्‍कर्म पीड़िता के भाई ने राज्य सरकार से मांग की हैं कि इस मामले की जांच की जाए और दोषियों को फांसी दी जाए। हम भी सुरक्षा चाहते हैं। प्रशासन हमें बहुत दबाव में डाल रहा है। हमें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है, न्यायिक जाँच होनी चाहिए। हम डर गए थे। पुलिस ने हमें रात में ही शव को श्मशान घाट ले जाने के लिए मजबूर किया। हमने कहा कि हम  अंतिम संस्कार सुबह करेंगे। हाथरस गैंगरेप पीड़िता के भाई से जब पूछा गया कि क्या परिवार ने अंतिम संस्कार के लिए सहमति दी है। नहीं, उन्होंने यह अपने दम पर किया।

कड़ी सुरक्षा के बीच पीड़िता के शव का अंतिम संस्‍कार

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के बाहर कई घंटे भीम आर्मी और अन्य दलों हंगामे के बाद मंगलवार रात पीड़िता का शव हाथरस के लिए रवाना कर दिया गया। देर रात में शव हाथरस पहुंच गया। इधर हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने शाम को हाथरस से एडीएम जेपी सिंह, एएसपी प्रकाश कुमार को दिल्ली रवाना किया। अधिकारियों ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद से जिलाधिकारी की वार्ता भी कराई। जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद रात साढ़े नौ बजे पीड़िता का शव हाथरस के लिए रवाना कर दिया गया। देर रात शव के गांव बूलगढ़ी पहुंचने पर हंगामा हुआ। बाद में अधिकारियों के समझाने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच पीड़िता के शव का अंतिम संस्‍कार कर दिया गया। 

यह है मामला 

14 सितंबर की सुबह अनुसूचित जाति की पीड़ता को गंभीर हालत मेें स्वजन कोतवाली चंदपा लेकर आए थे। पुलिस ने पीड़िता को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां से गंभीर हालत में अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया था। मां की तहरीर के आधार पर पुलिस ने गांव के ही संदीप पर जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। इधर लड़की की हालत में कई दिन तक सुधार नहीं आया। विवेचना कर रहे सीओ  सादाबाद ब्रह्मसिंह ने पीड़िता के बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर मामले में  सामूहिक दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाईं थीं। इससें संदीप के साथ-साथ उसके तीन अन्य साथियों को भी नामजद किया गया। पुलिस चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है।

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