यूपी 100 की विज्युअल्टी बढ़ाने को अलीगढ़ बनेगा मॉडल

एसएसपी रहते अलीगढ़ में पुलिस कंट्रोल रूम को प्रदेश में मॉडल के रूप में पेश करने वाले अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं असीम अरुण अब यूपी 100 सेवा को नए रूप में पेशकरने जा रहे हैैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Mon, 14 Oct 2019 09:41 AM (IST) Updated:Mon, 14 Oct 2019 05:53 PM (IST)
यूपी 100 की विज्युअल्टी बढ़ाने को अलीगढ़ बनेगा मॉडल
यूपी 100 की विज्युअल्टी बढ़ाने को अलीगढ़ बनेगा मॉडल

 अलीगढ़ (जेएनएन): एसएसपी रहते अलीगढ़ में पुलिस कंट्रोल रूम को प्रदेश में मॉडल के रूप में पेश करने वाले अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं (एडीजी टेक्नीकल) असीम अरुण अब यूपी 100 सेवा को नए रूप में पेश करने जा रहे हैैं। इसकी शुरुआत भी अलीगढ़ से करेंगे। रविवार को यहां पहुंचे असीम ने बताया कि यूपी 100 की विज्युअल्टी बढ़ाने के लिए एसएसपी से लेकर थानेदार तक को जिम्मा सौंपा जाएगा। गाडिय़ां कब कहां खड़ी हों, इसके लिए गश्त चार्ट में बदलाव होगा। हर शिकायत पर कार्रवाई हो, यह सुनिश्चित करने के लिए थाना प्रभारी यूपी 100 के सॉफ्टवेयर पर रिपोर्ट देंगे। प्रयोग सफल होने पर इसे प्रदेशभर में लागू करेंगे। 

अपराध को रोकने में मिलेगी मदद

2008 से 2012 तक एसएसपी रहे असीम अरुण ने कंट्रोल रूम के साथ स्वेट टीम का गठन भी अलीगढ़ में किया था। स्वेट आज प्रदेशभर में काम कर रही है। कंट्रोल का निरीक्षण करने पहुंचे एडीजी ने बताया कि वर्किंग डे में पीआरवी की ड्यटी स्कूल-कॉलेज, बैंक आदि के आसपास रहती हैं।  रविवार व अन्य अवकाश में भी ड्यूटी उसी प्वॉइंट पर रहती है। अवकाश के दिन ये पुलिस कर्मी किसी पार्क, कॉलोनी, अपार्टमेंट व अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाएं, ऐसी व्यवस्था होगी। इससे अपराध रोकने में भी मदद मिलेगी। 

विवेचनाओं की गुणवत्ता बढ़ाने को मिलेंगे 5000 टैब 

उन्होंने कहा कि विवेचना की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए पूरी केस डायरी ऑनलाइन हो चुकी है। इसे आसान बनाने के लिए सॉफ्टवेयर को सुलभ बनाया जाएगा। प्रदेशभर में विवेचकों को 5000 टैब दिए जाएंगे, जिससे काम आसान होगा। विवेचना में चित्र, ऑडियो-वीडियो भी लगा सकेंगे। 

 हाईटेक व एडवांस्ड बनेगी पुलिस 

असीम के अनुसार यूपी 100 के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं व गुमशुदा बच्चों को विशेष रूप से आपातकालीन मदद दी जा रही है। अन्य मामलों में भी यह सहायक सिद्ध हो रही है। यूपी कॉप एप के जरिये नई प्रणाली विकसित की गई है, जिसमें प्रथम सूचना रिपोर्ट, चरित्र सत्यापन व विभिन्न प्रकार की नागरिक सेवाएं दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि आज क्राइम का तरीका बदल गया है। मोबाइल, ईमेल व सोशल मीडिया के जरिए बहुत सारी चीजें ऑपरेट हो रही हैं। इसलिए पुलिस को भी हाईटेक व एडवांस्ड बनाने के प्रयास हो रहे हैैं। उन्होंने पुलिस कंट्रोलरूम, सीसीटीएनएस, डीटीसी का निरीक्षण कर योजना के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं के साथ साइबर क्राइम से निपटने पर अधीनस्थों से चर्चा की।  

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