कानपुर की छात्रा की मौत से सहमा अलीगढ़ का मेडिकल कालेज

राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज सहमा हुआ है। छात्रावास में प्रथम वर्ष की छात्रा करिश्मा की खुदकुशी का कारण अभी पता नहीं लग सका है। कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। पुलिस छात्रा के मोबाइल फोन की डिटेल खंगाल रही है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 10:52 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 10:52 AM (IST)
कानपुर की छात्रा की मौत से सहमा अलीगढ़ का मेडिकल कालेज
पुलिस छात्रा के मोबाइल फोन की डिटेल खंगाल रही है।

 अलीगढ़,जागरण संवाददाता। राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज सहमा हुआ है। छात्रावास में प्रथम वर्ष की छात्रा करिश्मा की खुदकुशी का कारण अभी पता नहीं लग सका है। कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। पुलिस छात्रा के मोबाइल फोन की डिटेल खंगाल रही है। पिता उपदेश यादव ने तहरीर देकर कालेज के ही एक छात्र पर खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद स्वजन छात्रा का शव लेकर इटावा चले गए।

डेढ़ माह पहले छात्रा आई थी कालेज

वे मूलरूप से इटावा के गांव झींगरपुर के हैं। उपदेश यादव फतेहपुर के थाना थरियांव में सब-इंस्पेक्टर हैं। स्वजन कानपुर नगर के थाना नौबस्ता क्षेत्र स्थित योगेश विहार आवास विकास में रहते हैं। करिश्मा ने दिसंबर 2020 में राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज छेरत में दाखिला लिया था। लाकडाउन के दौरान कालेज बंद था। ऐसे में छात्रा ने घर पर ही रहकर आनलाइन पढ़ाई की। करीब डेढ़ माह पहले ही वह कालेज आई थी। फिलहाल अधिकतर छात्र छुट्टी पर थे। कुछ छात्राएं ही दिसंबर में होने वाली परीक्षा व प्रैक्टिकल को लेकर छात्रावास में रह गई थीं। गुरुवार की रात दो बजे खुदकुशी की जानकारी पुलिस को तड़के हुई। इसके बाद पुलिस ने शिक्षकों व कई छात्राओं से पूछताछ की है। तीन डाक्टरों के पैनल ने शव पोस्टमार्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मेंं हैंगिंग (खुदकुशी) की बात सामने आई है। इधर, पिता उपदेश ने कहा कि इस घटना के बाद से पूरा परिवार सदमे में है। पत्नी पहले से बीमार रहती हैं। वहीं इस घटना ने झकझोर दिया है। अभी कुछ नहीं कह सकते।

2018 में शुरू हुआ कालेज

छेरत स्थित मेडिकल कालेज 2018 में शुरू हुआ था। 2019-20 के पहले बैच में सौ बच्चे हैं। वहीं 2020-21 के दूसरे बैच में 125 छात्र-छात्रा हैं। इन्हीं में करिश्मा भी थी।

पिछले माह घर गई थी छात्रा

करिश्मा की मां शबनम बीमार रहती हैं। 10 दिन पहले उन्हें सर्वाइकल की दिक्कत हो गई थी तो करिश्मा घर गई थीं। वहां दो दिन रहकर मां का ख्याल भी रखा। वहीं गुरुवार शाम को भी करिश्मा ने मां से बात की थीं, तब भी कोई परेशानी नहीं बताई। वहीं पिता से तीन-चार दिन पहले वीडियो काल पर बातें हुई थीं।

कुछ दिन पहले चक्कर खाकर गिर गई थी छात्रा

प्रिंसिपल के मुताबिक, छात्रा कुछ दिनों पहले अचानक चक्कर खाकर कालेज में ही गिर गई थी। डाक्टरों ने जांच की तो उसे ब्लड प्रेशर की परेशानी भी बताई गई। हालांकि पिता ने ऐसी किसी बात से इन्कार किया है।

नीट परीक्षा के रिजस्ट का था इंतजार

करिश्मा को नीट परीक्षा के बाद ही यहां दाखिला मिला था। एमबीबीएस करने के मकदस से उसने इस साल भी नीट परीक्षा दी थी। इसके रिजल्ट भी आने वाला है।

किसी को अहसास तक न था कि ये मुलाकात आखिरी है...

चमकीली आंखें और चेहरे पर हर पल मुस्कान। बात करने से लगे ही नहीं कि पहली बार मुलाकात है और फिर पहचान होने पर तो स्वजन जैसा अहसास। गुरुवार की रात 12 बजे न सिर्फ तारीख बदली, राजकीय मेडिकल कालेज का माहौल ही बदल गया। अन्य छात्राओं के साथ कैंटीन में खाना खाया। किसी को वह तनाव में नहीं लग रही थी। खूब हंसी-ठिठोली की। अपने कमरे में जाने से पहले करिश्मा कई छात्राओं से गले मिली तो किसी अहसास तक न था कि ये मुलाकात अंतिम है। दो घंटे बाद तो पूरा छात्रावास शोक में डूब गया। करिश्मा नहीं रही...इस खबर ने छात्राओं को झकझोर दिया। कुछ दूरी पर स्थित आवास में रहने वाले छात्र और शिक्षकों के भी होश उड़ गए। आंखें भर आईं। कोई कुछ समझ न सका। बताते हैं कि करिश्मा का पूरा ध्यान पढ़ाई पर रहता। इसी के चलते उसने इस बार दशहरा की छुट्टियों में घर (कानपुर) जाना उचित नहीं समझा। गुरुवार की रात छात्रावास में करिश्मा के भी ठहाके कम न थे। हंसती-बोलती छात्रा को कमरे में जाकर क्या हुआ, किसी को अभी तक कुछ नहीं पता है। इस संबंध में पिता उपदेश यादव भी कुछ बता नहीं सके। उनका कहना था कि हमारा सब कुछ चला गया। क्या हुआ पता नहीं। हमने तहरीर नहीं दी है।

खुदकुशी का ऐसे लगा पता

एसपी सिटी कुलदीप ङ्क्षसह गुनावत ने बताया कि मृतक छात्रा के पिता ने तहरीर दी है। इसमें कालेज के ही एक छात्र पर खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। इसकी जांच की जा रही है। इस छात्र ने ही करिश्मा की सहपाठी को फोन करके सूचना दी थी। बताया था कि करिश्मा कोई गलत कदम न उठा ले। इसी के बाद छात्राएं करिश्मा के कमरे के बाहर पहुंची थीं।

करिश्मा पढऩे में होशियार थी। कोई तनाव भी नहीं था, बल्कि देररात तक वह अन्य छात्राओं के साथ ही थी। रात में छात्राओं ने ही यह खबर दी। इस घटना से पूरा स्टाफ स्तब्ध है। करिश्मा ने ऐसा कदम क्यों उठाया? इस बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।

डा. योगेंद्र सिंह माहुर, प्रिंसिपल

छात्रा ने आत्महत्या की है। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया है। अन्य छात्राओं से बातचीत में अभी कोई बात सामने नहीं आई है। स्वजन की ओर से भी कोई तहरीर नहीं मिली है। आत्महत्या के कारणों के बारे में जांच की जा रही है। छात्रा के मोबाइल फोन की सीडीआर निकलवाई जा रही हैं।

श्वेताभ पांडेय, सीओ, सिविल लाइन

chat bot
आपका साथी