अलीगढ़ में महायोजना-2031 अंतिम चरण में, इस साल लागू करने की तैयारी
महायोजना को लेकर 20 नवंबर तक तैयार होगा ड्राफ्ट 200
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) की तरफ से अगले 10 साल के लिए तैयार हो रही महायोजना 2031 अंतिम चरण में है। 20 नवंबर तक ड्राफ्ट तैयार हो जाएगा। एडीए उपाध्यक्ष गौरांग राठी की तरफ से आदेश जारी कर दिए गए हैं। 2008 में एडीए क्षेत्रफल में शामिल किए गए गए नगरीय निकायों व ग्राम पंचायतों को भी महायोजना में शामिल किया जा रहा है।
शनिवार को उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में महायोजना 2031 को लेकर एडीए सभागार में बैठक हुई। इसमें महायोजना को तैयार करने में जुटी निजी एजेंसी आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ सेल्फ गवर्नमेंट के प्रतिनिधि व अफसर शामिल हुए। उपाध्यक्ष ने कहा कि महायोजना का कार्य समय से पूरा कर लिया जाए। अधीक्षण अभियंता अर्जुन सिंह तोमर ने कहा कि 2008 में प्राधिकरण क्षेत्र में नया क्षेत्र बढ़ा था। इन क्षेत्रों के लिए पहली बार महायोजना तैयार हो रही है। बैठक में बताया गया कि जल्द ही यमुना विकास प्राधिकरण व एडीए की सीमा में ओवरलेप होने वाले गांवों को वहां से डिनोटिफाई कर दिया जाएगा।
आगरा से आए संयुक्त नगर नियोजक अशोक कुमार ने बताया कि महायोजना का काम चल रहा है। 20 नवंबर तक ड्राफ्ट तैयार हो जाएगा। इस मौके पर अधिशासी अभियंता मनोज कुमार सिंह, निजी एजेंसी से संतोष चौधरी, बृजेश कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
नया क्षेत्र भी होगा शामिल
2008 से पहले एडीए का दायरा 4482 हेक्टेयर था। इनमें एक नगर निगम, एक नगर पंचायत व 203 गांव शामिल थे। 2001 से 2021 तक की महायोजना भी इसी दायरे के हिसाब से बनाई गई। उसके बाद प्राधिकरण के दायरे को बढ़ा दिया गया। आठ फरवरी 2008 को जारी गजट में 407 गांव व तीन नगर पंचायतों को भी प्राधिकरण क्षेत्र में शामिल किया गया, लेकिन इन गांवों के क्षेत्र को कृषि भूउपयोग व आवासीय के लिए आरक्षित कर दिया गया।