Weekly Lockdown : बच्चों संग लूडो खेल व टीवी, मोबाइल पर बिताया वक्त Aligarh news
साप्ताहिक लाकडाउन में लोगों ने अपने-अपने तरीके समय व्यतीत किया। बीते साल के लाकडाउन का अनुभव तो था ही इसीलिए दिक्कत नहीं हुई। ज्यादातर लोगों ने बच्चों के साथ समय व्यतीत किया। टीवी मोबाइल में भी कई लोग व्यस्त रहे।
अलीगढ़, जेएनएन। साप्ताहिक लाकडाउन में लोगों ने अपने-अपने तरीके समय व्यतीत किया। बीते साल के लाकडाउन का अनुभव तो था ही, इसीलिए दिक्कत नहीं हुई। ज्यादातर लोगों ने बच्चों के साथ समय व्यतीत किया। टीवी, मोबाइल में भी कई लोग व्यस्त रहे। वहीं, बच्चों ने पूरा दिन खेलने-कूदने में बिताया। हालांकि, रविवार का अवकाश था। पाबंदी तो सिर्फ बेवजह घर से बाहर न निकलने पर थी। पूरे दिन घर पर रहे लोगों को बीते साल लगे लाकडाउन की याद आ गई। उस समय अपनों को कैसे साधे रखा, ये प्रयास भी इस लाकडाउन में किए।
लाकडाउन में किया व्यायाम
मैरिस रोड स्थित प्रगति विहार निवासी वीरेंद्र कुमार गुप्ता का कहना है कि पिछले साल कोरोना संक्रमण की दस्तक थी, कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या होगा? तब लाकडाउन का अंदाजा नहीं था, मगर कुछ विषम परिस्थितियों का अंदेशा हो गया था। लेकिन, राशन व जरूरत का सामान नहीं जुटा सके थे। इस बार शासन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है, इसीलिए दिक्कत नहीं हुई। पूरा दिन घर पर ही बिताया। आम दिनों में व्यायाम नहीं कर पाते थे, लाकडाउन में किया। अच्छा महसूस हुआ। बीमा कर्मी कुलदीप चौहान ने बताया कि रविवार को शहर का माहौल बिल्कुल कफ्र्यू जैसा था। कभी सोचा नहीं था कि फिर से ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा। पूरा दिन घर में ही मां, पत्नी और बेटे संग गुजारा। काफी समय बाद फुर्सत महसूस की।
बीते साल अचानक लागू हुआ था लाकडाउन
सासनीगेट निवासी कौशल गौड़ बताते हैं कि बीते साल लाकडाउन अचानक लागू हुआ था। यह लोगों की सोच से परे था। हर कोई सन्न रह गया। हालांकि, महामारी से बचने के लिए यह जरूरी था। अब पुन: महामारी ने सिर उठाया है। इसके खात्मे के लिए सभी की जिम्मेदारी बनती है। रविवार को पूरा दिन बच्चों के साथ समय बिताया। मैलरोज बाईपास निवासी शिक्षक सचिन शर्मा ने भी बच्चों के साथ पूरा दिन व्यतीत किया। उन्होंने बताया कि जरूरी काम फोन पर ही निपटा लिया था। बच्चों के साथ केरमबोर्ड, लूडो आदि खेल खेले।