फिर महंगी हुई रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल के रेट भी बढ़ रहे हर रोज Aligarh News

पेट्रोलियम पदार्थों के रेट हर रोज बढ़ रहे हैैं। रसोई गैस सिलिंडर हो या फिर पेट्रोल-डीजल सभी के रेट चिंता बढ़ाने लगे हैैं। अलीगढ़ में गैस की कीमत एक महीने में चौथी बार बढ़ी है। रसोई गैस सिलिंडर अब 812.50 रुपये में मिल रहा है।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 06:54 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 06:54 AM (IST)
फिर महंगी हुई रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल के रेट भी बढ़ रहे हर रोज Aligarh News
रसोई गैस सिलिंडर अब 812.50 रुपये में मिल रहा है।

अलीगढ़, जेएनएन।  पेट्रोलियम पदार्थों के रेट हर रोज बढ़ रहे हैैं। रसोई गैस सिलिंडर हो या फिर पेट्रोल-डीजल, सभी के रेट चिंता बढ़ाने लगे हैैं। अलीगढ़ में गैस की कीमत एक महीने में चौथी बार बढ़ी है। रसोई गैस सिलिंडर अब 812.50 रुपये में मिल रहा है। इसकी कीमतों में पिछले छह महीने के दौरान दो सौ रुपये की वृद्धि हुई है। इससे आम आदमी की चिंता बढ़ गई है। कामर्शियल गैस सिलिंडर के रेट में लगातार कमी हुई है। पेट्रोल-डीजल के रेट भी फिलहाल स्थिर नहीं हैैं। इसके रेट में भी हर रोज बदलाव हो रहा है। बढ़ती रेट के चलते ट्रांसपोर्ट के रेट भी बढऩे की संभावना है। बढ़ती कीमतों पर प्रस्तुत मनोज जादौन की रिपोर्ट...

बढ़ती चिंता

- 01 महीने में चार बार बढ़ चुके हैैं रसोई गैस सिलिंडर के दाम।

-25 दिन में सौ रुपये महंगा हो गया है रसोई गैस सिलिंडर।

-812.50 रुपये हो गई है सिलिंडर की कीमत।

06 महीने में दो सौ रुपये की हुई है वृद्धि।

फरवरी में ऐसे बढ़े रेट

01 फरवरी को 712.50 रुपये था रेट।

04 फरवरी को 737.50 रुपये हो गया रेट।

15 फरवरी को 787.50 रुपये में बिका।

25 फरवरी को 812.50 रुपये कर दिया गया रेट।

पिछले महीनों में कामर्शियल सिलिंडर

01 अक्टूबर को 1201.50 रुपये था रेट।

01 नवंबर को 1277.50 रुपये रहा रेट।

01 दिसंबर को 1332 रुपये में बिका सिलिंडर।

16 दिसंबर को 1338 रुपये हो गई कीमत।

लगातार घट रहे हैैं कामर्शियल गैस सिलिंडर के रेट

01 फरवरी को 1577.50 रुपये हुई कीमत।

14 फरवरी को 1572.50 रुपये हुई कीमत।

15 फरवरी को 1562.50 रुपये रहा रेट।

25 फरवरी को 1557.50 रुपये हो गई कीमत।

2020 के अंतिम छह महीनों के एलपीजी सिलिंडर के रेट पर नजर

महीना, रुपये

जुलाई, 612.5

अगस्त, 613

सितंबर, 612.5

अक्टूबर, 612.5

नवंबर, 612.5

दिसंबर, 662.5

तेल की कीमतों पर नजर

दिनांक माह, पेट्रोल, डीजल

01नवंबर,81.86,70.85

01दिसंबर,82.49,72.66

21 दिसंबर,83.52,74.09

01जनवरी,83.52,74.09

31जनवरी, 85.50,76.71

01 फरवरी,85.50,76.71

15 फरवरी,87.53,79.55

26 फरवरी,89.23,81.78

(दाम रुपये प्रतिलीटर)

हर चीज पर महंगाई की मार है। खर्चे बढ़ रहे हैैं। इससे बजट बिगड़ रहा है। रसोई गैस आम आदमी की जरूरत से जुड़ी हुई है। इसकी कीमतों पर सरकार को दुबारा विचार करना चाहिए।

प्रिया वाष्र्णेय, मामूभंजा बाजार

कोरोना काल में व्यापार हो या नौकरी, सब पर असर पड़ा है। ऐसे में महंगाई को कंट्रोल में करने के प्रयास किए जाने चाहिए। रसोई गैस की बढ़ती कीमतें अब चिंतित करने लगी हैैं।

प्रीति मित्तल, सूर्य सरोवर

बुधवार को रसोई गैस सिलिंडर पर 25 रुपये की वृद्धि हुई है। यह कीमत गुरुवार से लागू की गई। लगातार बढ़ती कीमतों का कारण बताने को कंपनी तैयार नहीं है।

-अंशुल गुप्ता, संयुक्त महासचिव, एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन

तेल- एलपीजी गैस के विरोध में कांग्रेसी सड़कों पर उतरे, थाली-प्लेट बजाकर किया अनोखा प्रदर्शन

अलीगढ़ : एलपीजी (रसोई) गैस, पैट्रोल-डी•ाल की आसमां पर पहुंची कीमतों को लेकर शुक्रवार को कांग्रेसी सड़कों पर उतरे। साथ ही लाकडाउन के बाद सामान्य स्थिति होने के बाद पेसेंजर ट्रेन न चलाने पर केंद्र सरकार की मंसा पर सवालिया निशान लगाया। मैरिस रोड स्थित धर्मपुर कोर्टयार्ड से प्रदर्शनकारी सेंटर प्वाइंट होते हुए स्टेशन पर पहुंचे। यहां हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल के नेतृत्व में धरना दिया। जुलूस के दौर कार्यकर्ताओं के हाथों में सरकार विरोधी तख्तियां लगी हुईं थीं। जिन पर सरकार विरोधी नारे लिखे हुए थे। रास्ते भर कार्यकर्ता थाली-प्लेट बजाते हुए जा रहे थे।

पूर्व विधायक विवेक बंसल ने कहा कि कोविड-19 के चलते लगे लॉकडाउन के कारण एक और तो जनता पहले से ही त्रस्त है। दूसरी ओर सरकार ने कोरोना काल को जनता से लूट का बहुत बड़ा साधन बनाया हुआ है इतनी बड़ी अवधि के लिए लगे लाकडाउन के बाद बेरोजगारी काम धंधे चौपट हो गया है। तेल व रसोई गैस की कीमतों हर रोज वृद्धि हो रही है। बंसाल ने दावा किया है इस बीच भाजपा अपनी आर्थिक स्तिथि सु²ढ़ करने में जुटी हुई है।

 अब नाम मात्र की पैसेंजर ट्रेनों को चलाया जा रहा है। उनके किराये भी दुगुने रखे गए हैं। इस स्थिति में गरीब एवं मजदूर वर्ग के नागरिक न तो रसोई गैस का स्तेमाल कर पायेंगे और न रेल का स$फर कर पायेंगें। वर्ष 2014 से अबतक पैट्रोलियम पदार्थों पर बढ़ी हुई एक्साइज ड्यूटी से 21 लाख करोड़ रूपये सरकार ने कमाए हैं ।इस मौके पर गिरवर शर्मा, माया गुप्ता, सबिया हसन, बेबी जान, परवीन साबरी, रेखा चौधरी, मधु ङ्क्षसह, इमराना बेगम, ज्ञान प्रकाश सक्सेना, देवेंद्र शास्त्री, सरदार दलजीत ङ्क्षसह, अनिल वर्मा, तल्हा अबरार, यशवंत शर्मा, बाबुद्दीन, दिने चंद्र शर्मा, शाहरु$ख खान, सोमवीर ङ्क्षसह, नवेद खान, अनिल ङ्क्षसह ङ्क्षसह चौहान, उ•ौर दिलशाद, गोपाल मिश्रा, ठा. अमित ङ्क्षसह, अंचित ङ्क्षसह, लटूरिमल अग्रवाल, प्रेम ङ्क्षसह जादौन, यामीन खान मेव आदि मौजूद थे।

केंद्र सरकार महंगाई रोकने में विफल साबित हो रही है। कोरोना संकट के बाद हर उत्पादन की कीमतों में 25 से 40 फीसद तक की वृद्धि हुई है। सरकार हर मोर्चा पर बिफल साबित हो रही है। इस सरकार ने सटोरियों को बढ़ाव दिया है। इसके साथ ही खाद्य वस्तुओं से लेकर चीन, दाल-दलहन कांग्रेस गरीब, दवे कुचले, किसान व महिलाओं के हक के लिए मैदान में हैं। जनहित में संघर्ष जारी रहेगा।

- रूही जुबैरी, पूर्व प्रदेश महासचिव, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमैटी

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