आरटीओ में बढ़ी सख्ती से घट रहे लाइसेंस आवेदक, काम नहीं आ रही जुगाड़बाजी Aligarh News
संभागीय परिवहन विभाग में शासन स्तर से सख्ती होने का असर अलीगढ़ में भी जबरदस्त दिख रहा है। आलम यह है कि यहां अचानक से अस्थाई लाइसेंस के टेस्ट में फेल होने वाले आवेदकों की संख्या में इजाफा हो गया है।
अलीगढ़, जेएनएन। संभागीय परिवहन विभाग में शासन स्तर से सख्ती होने का असर अलीगढ़ में भी जबरदस्त दिख रहा है। आलम यह है कि यहां अचानक से अस्थाई लाइसेंस के टेस्ट में फेल होने वाले आवेदकों की संख्या में इजाफा हो गया है। 15 फरवरी से अब तक 900 के करीब आवेदक फेल हो चुके हैं। फेल होने के डर से अधिकांश आवेदक टेस्ट देने ही नहीं पहुंच रहे हैं। आरटीओ प्रशासन केडी सिंह के मुताबिक 15 फरवरी के बाद से अब तक करीब 4200 आवेदकों ने टेस्ट दिया है। इनमें से 900 के करीब फेल हो गए हैं। विभाग में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी या फिर दलाल की जुगाड़ को नहीं चलने दिया जा रहा है। शासन स्तर से सख्ती का नियम कार्यालय में पूरी तरह से लागू करा दिया गया है।
कैमरे की निगरानी में हो रहा टेस्ट
आरटीओ में कैमरे की निगारानी में वाहन संचालन के साथ कंप्यूटर टेस्ट भी लिया जा रहा है। अगर आवेदक टेस्ट में फेल होता है तो उसे लाइसेंस जारी नहीं किया जा रहा है।
टोकन और शिफ्टिंग व्यवस्था से समय में कटौती
संभागीय परिवहन कार्यालय को समय दर समय अपडेट करने का काम किया जा रहा है। अब कार्यालय में टोकन और शिफ्टिंग की व्यवस्था की गई है। इससे आवेदकों का न तो समय खराब होता है और न ही उनको वेबजह में एक खिड़की से दूसरी खिड़की पर भागना पड़ रहा है। एआरटीओ प्रशासन रंजीत सिंह ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत लर्निंग लाइसेंस और स्थायी लाइसेंस के लिए हरे रंग का टोकन दिया जा रहा है। यह टोकन आवेदक के दस्तेवाजों का स्क्रूटनी होने के बाद जारी किया जा रहा है। इस टोकन पर खिड़की नंबर और समय लिखा रहता है, जिससे की वह उक्त समय पर तय खिड़की पर जाकर अपना बायोमैट्रिक करा पा रहा है। वर्तमान में कार्यालय में लर्निंग लाइसेंस के लिए प्रतिदिन 250 आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं। वहीं, स्थायी के लिए 180 आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं। कुल आवेदनों की संख्या को सुबह दस से शाम पांच बजे के बीच तीन शिफ्टों में बराबर अनुपातों में बांट दिया गया है।