हाथरस के सिकंदराराऊ में दिखा तेंदुआ, दहशत में राहगीर व किसान
सिकंदराराऊ क्षेत्र में तेंदुआ दिखने से लोगों में दहशत फैल गई। इसे लेकर एक पुलिस प्रशासन भी सर्तक हो गया है। वन विभाग की ओर से सुरक्षा के इंतजामात कराते हुए वन्य कर्मियों को ड्यूटी पर एलर्ट कर दिया गया है।
हाथरस, जागरण संवाददाता । जिले में भी जंगली जानवरों ने दस्तक दे दी है। सिकंदराराऊ क्षेत्र में तेंदुआ दिखने से लोगों में दहशत फैल गई। इसे लेकर एक पुलिस प्रशासन भी सर्तक हो गया है। वन विभाग की ओर से सुरक्षा के इंतजामात कराते हुए वन्य कर्मियों को ड्यूटी पर एलर्ट कर दिया गया है।
तेंदुआ दिखने की खबर से ग्रामीणों में दहशत
वन्य जीवों का जिले में भ्रमण बढ़ता जा रहा है। अब जिले की सिकंद्रराराऊ तहसील के वीर नगर में गांव के पास एक जानवर को दिन में भ्रमण करते हुए देखा गया है। यह क्षेत्र जरैरा पुलिस चौकी के पास बताया जा रहा है। तेंदुआ के दिखने की जानकारी आसपास के क्षेत्रों में आग की तरह फैल गई है। इससे गांव के लोग ही नहीं राहगीर भी दहशत में दिख रहे हैं। वहीं दूसरी ओर किसानों ने रात के समय खेतों की रखवाली भी बंद कर दी है। दिन में भी खेतों पर काम करने के लिए किसान डरते-डरते पहुंच रहे हैं।
खारजा नहर के पास दिखा तेंदुआ
सिकंदराराऊ की जरैरा पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव नगला वीरसहाय के पास खारजा नहर है। इसके आसपास काफी संख्या में खड़ी झाड़ियों में जंगली जानवर घूमते रहते हैं। यहीं पर मंगलवार को एक व्यक्ति जो यहां से गुजर रहा था। आसपास सराहट की आवाज सुनाई दी। वहां जाकर देखा तो एक जानवर घूम रहा था। यह तेंदुआ बाद में नहर के किनारे झाड़ियों में जाकर छुप गया।
बढ़ाई सुरक्षा, चेकिंग कर रहे वन कर्मी और पुलिस
तेंदुआ को स्थानीय एक व्यक्ति ने देखते ही उसका वीडियो बना लिया। लोगों की माने तो यह वीडियो में दिख रहा जानवर तेंदुआ ही बताया जा रहा है। वीडियो के मिलते ही चौकी इंचार्ज जरेरा ने सिपाहियों के साथ खारजा नहर के सहारे गश्त की। पुलिस का कहना है कि लोगों उस जंगली जानवर को देखा। गश्त के दौरान नहर की दोनों पटरियों पर उन्हें कुछ नहीं मिला।
इनका कहना है
जंगली जानवर नगला वीर सहाय के पास दिखने की शिकायत वीडियो के साथ मिली है। लोगों की सुरक्षा के लिए वन कर्मियों को सचते करते हुए उनकी ड्यूटी लगा दी गई है। खारजा नहर के आसपास इलाकों में चेकिंग कराकर जानवर का पता किया जा रहा है। अभी तक तेंदुआ होने की कोई जानकारी नहीं है।
- एसआर ओझा, क्षेत्रीय वनाधिकारी हाथरस