अधिकार चाहो तो लड़ना सीखो, पग-पग पर अड़ना सीखो Aligarh news
सर्वप्रथम राष्ट्रगान गायन के बाद गुलवीर सिंह ने कर्पूरी ठाकुर के छायाचित्र के सामने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का सुभारंभ किया। संस्था के सदस्यों व ग्रामवासियों ने माल्यार्पण करके पुष्प अर्पित किए। अध्यक्ष जतन चौधरी ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ईमानदारी व सादगी की जीवंत प्रतिमूर्ति थे।
अलीगढ़, जेएनएन : परोपकार सामाजिक सेवा संस्था के तत्वावधान में गांव कारस में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री महान स्वतंत्रता सेनानी जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती बहुत ही हर्षोल्लास के साथ "संकल्प दिवस" के रूप में मनाई गई।
शिक्षा पर ध्यान दें बच्चे
सर्वप्रथम राष्ट्रगान गायन के बाद गुलवीर सिंह ने कर्पूरी ठाकुर के छायाचित्र के सामने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का सुभारंभ किया। संस्था के सदस्यों व ग्रामवासियों ने माल्यार्पण करके पुष्प अर्पित किए। अध्यक्ष जतन चौधरी ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ईमानदारी व सादगी की जीवंत प्रतिमूर्ति थे। वे महान स्वतंत्रता सेनानी, दूरदर्शी होने के साथ-साथ एक ओजस्वी क्रांतिकारी वक्ता भी थे। देशवासियों को सदैव अपने अधिकारों को जानने के लिए जगाते रहे। कर्पूरी ठाकुर का चिरपरिचित नारा था.. "अधिकार चाहो तो लड़ना सीखो पग पग पर अड़ना सीखो, जीना है तो मरना सीखो"। वहीं राजकुमार चित्तोड़िया, शुभम ठाकुर, राहुल कुमार, बनवारी लाल सविता, मलूकचंद्र वर्मा, अजीत सिंह, बबलू सविता ने सभा को संबोधित करते हुए कर्पूरी ठाकुर की जीवनी सुनाई और कहा कि सभी लोगों को बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा, तभी समाज की तरक्की सम्भव हो पाएगी। इस दौरान सभी ने "नशाखोरी " बंद करने का संकल्प लिया। अध्यक्षता विष्णु कुमार सविता व संचालन संजय सिंह ने किया। इस मौके पर लोकेश, अजय, मनीष, यशवीर, जगदीश, सचिन, रवेंद्र सिंह पाली, सागर समाधिया, मनोज ठैनुआं, राजपाल सिंह आदि ग्रामवासी मौजूद रहे।