अलीगढ़, जेएनएन : डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के कुलपति प्रो. अशोक मित्तल शनिवार को डीएस डिग्री कालेज में नवनिर्मित बीफार्मा ब्लाक में डा. एपीजे अब्दुल कलाम की मूर्ति का अनावरण करने आए थे। मगर विधि परीक्षाओं में फेल हुए छात्र-छात्राओं ने उनका स्वागत वीसी मुर्दाबाद व वीसी हाय-हाय के नारों के साथ किया। कापी शिक्षकों के जरिए दोबारा चेक कराए जाने, ओएमआर शीट पर परीक्षा कराने के बजाय दोबारा लिखित परीक्षा कराने व दो घंटे की परीक्षा की जगह तीन घंटे की परीक्षा कराने की मांगों को लेकर कुलपति से नोकझोंक भी हुई। कालेज के नवनिर्मित बीफार्मा ब्लाक के सामने ही छात्र शर्ट उतारकर लेट गए। पुलिस के आने पर मामला शांत हुआ मगर तीसरे चरण की वार्ता होनी अभी बाकी है।
कुलपति को घेरने की योजना थी
छात्रनेता अमित गोस्वामी के नेतृत्व में विधि छात्र-छात्राओं ने कुलपति के कालेज आने पर उनको घेरने की योजना बनाई। प्राक्टोरियल टीम की मुस्तैदी के चलते उनका घेराव तो नहीं हाे सका। मगर कालेज में जमकर विवि और कुलपति विरोधी नारेबाजी की गई। छात्रनेताओं ने पुन:परीक्षा दोबारा न कराकर कापी दोबारा चेक कराने की मांग रखी। साथ ही ओएमआर शीट पर 100 प्रश्नों में से 60 के उत्तर दिलाकर परीक्षा कराने के बजाय लिखित परीक्षा कराने की मांग भी रखी। इस पर कुलपति ने उनकी मांग को मानने से इंकार किया। कुलपति की ओर से मना करते ही छात्र नारेबाजी करने लगे। कुलपति बीफार्मा की नई बिल्डिंग में गए तो भवन के मुख्य गेट पर छात्र शर्ट उताकर लेट गए। प्राक्टर के समझाने पर भी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन नहीं छोड़ा। पुलिस मौके पर पहुंची तो कुलपति के सामने छात्रों के प्रतिनिधि मंडल की कुलपति से दूसरे चरण की वार्ता कराने का आश्वासन मिला। छात्रनेता अमित गोस्वामी ने बताया कि कुलपति का कहना है कि छात्र 27 जनवरी को विश्वविद्यालय आ जाएं, वहां उनके प्रतिनिधि मंडल से बात कर ली जाएगी।
चीफ प्राक्टर के हाथ में लगी चोट
छात्रों को समझाने व गेट पर लेटे छात्रों को उठाने के प्रयास में डीएस कालेज के चीफ प्राक्टर डा. मुकेश भारद्वाज के हाथ में चोट भी लग गई। उन्होंने कहा कि परीक्षा समिति की बैठक में दोबारा परीक्षा कराने की बात कही गई है। इस पर छात्र सहमत भी थे। धरना भी निरस्त किया था। मगर कुलपति के आने की सूचना पर विरोध जताना शुरू कर दिया। कुलपति से इस संबंध में बात कर शिक्षक के साथ छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को आगरा यूनिवर्सिटी भेजा जाएगा।
इनका कहना है
छात्रों के प्रतिनिधि मंडल को आगरा यूनिवर्सिटी बुलाया है, बात की जाएगी। बार-बार परीक्षा कराने के फैसले को बदला नहीं जा सकता वो सभी की सहमति से फैसला किया गया है। परीक्षा की समय सीमा पर विचार करने की सोचेंगे।
कुलपति
प्रोफेसर अशोक मित्तल