अश्लील फिल्म देख रहे पड़ोसी गांव के बाल अपचारी ने की थी दलित किशोरी की हत्या Aligarh News

अकराबाद के गांव में किशोरी की हत्या का पुलिस ने बुधवार को राजफाश कर दिया। पुलिस के मुताबिक हत्या पड़ोसी गांव के किशोर ने की थी। किशोर खेत पर बैठकर मोबाइल में अश्लील फिल्म देख रहा था तभी किशोरी पानी पीने आई।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 12:58 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 12:58 PM (IST)
अश्लील फिल्म देख रहे पड़ोसी गांव के बाल अपचारी ने की थी दलित किशोरी की हत्या    Aligarh News
दलित किशोरी की हत्‍या के बाद मामले का खुलासा करते आईजी पीयूष मोर्डिया व एसएसपी मुनिराज।

अलीगढ़, जेएनएन: अकराबाद के गांव में किशोरी की हत्या का पुलिस ने बुधवार को राजफाश कर दिया। पुलिस के मुताबिक, हत्या पड़ोसी गांव के किशोर ने की थी। किशोर खेत पर बैठकर मोबाइल में अश्लील फिल्म देख रहा था, तभी किशोरी पानी पीने आई। इसे देख किशोर की नीयत बिगड़ी और उसने दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने की गला व मुंह दबाकर किशोरी की हत्या कर दी। पुलिस ने किशोरी की चप्पलें व आरोपित किशोर का मोबाइल भी बरामद किया है। 

प्रेसवार्ता कर आईजी ने किया राजफाश

अलीगढ़ रेंज के आइजी पीयूष मोर्डिया व एसएसपी मुनिराज ने बुधवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता करके मामले से पर्दा उठाया। एसएसपी मुनिराज ने बताया कि 28 फरवरी की शाम करीब छह बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि अकराबाद के एक गांव में किशोरी का शव मिला है। स्वजन ने बताया कि किशोरी सुबह 11 बजे चारा लेने के लिए खेत पर आई थी। आसपास के लोगों से पूछताछ में ये बात सामने आई कि पड़ोसी गांव के दो किशोर खेत में पानी लगाने के लिए आए थे। पुलिस ने उन दोनों किशोरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसमें एक किशोर पर शक गहराया। लेकिन, पूछताछ में उसने कोई बात नहीं बताई। ऐसे में एसएसपी खुद दो दिन में डटे रहे। कई बार घटनास्थल का मुआयना किया। वहां कुछ ऐसे तथ्य मिले, जिनसे किशोर द्वारा हत्या करने की बात स्पष्ट हुई। सख्ती से पूछताछ में किशोर ने जुर्म कबूल लिया। पुलिस की पूछताछ में किशोर ने बताया कि रविवार को सुबह लगभग सात बजे वह अपने घर से खेत पर बैल और ट्राली लेकर पानी लगाने गया था। गेंहू के खेत में पानी चालू करके लगभग आठ बजे खाना खाने के लिए वापस घर आ गया। उसका घर खेत से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। खाना खाने के बाद किशोर लगभग 11 बजे अपने चाचा की होंडा शाइन बाइक से अपने तहेरे भाई के साथ दोबारा खेत पर आया। बाइक को ट्राली के पास खड़ी कर दिया और खेत की क्यारी में पानी काटने चला गया। इधर, तहेरा भाई मोटरसाइकिल को ट्राली से थोड़ी दूर लिप्टस के पेड़ों के पास ले गया, जहां बैल बंधे थे। किशोर पानी काटने के बाद वापस ट्राली के पास आया और मोबाइल में अश्लील फिल्म देखने लगा। करीब 12 बजे किशोरी खेत की मेड़ पर पानी पीने के लिए आई। किशोर ने उसे पीपल के पेड़ के पास देखा तो नीयत बिगड़ गई। किशोर घास के बहाने किशोरी को गांव के एक व्यक्ति के खेत में ले गया।, जहां कोई आने-जाने वाला नहीं था। पीछे से किशोरी की कोली भर ली और दुपट्टा पकड़ कर खेत में नीचे गिरा लिया। किशोर ने कबूल किया है कि अश्लील फिल्म देखकर इतना उत्तेजित था कि किशोरी से अप्राकृतिक संबंध करने का प्रयास किया। किशोरी ने भारी प्रतिरोध किया तो मुंह दबा दिया। किशोरी तड़पने लगी तो दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया। 

कोई शक न करें, इसलिए दूसरे खेत में डाला शव 

हत्या के बाद किशोर ने अपने बचाव में शव को घसीटते हुए गांव के ही एक अन्य व्यक्ति के खेत में शव को डाल दिया। ताकि शक गांव के ही व्यक्ति पर आए। इसके बाद किशोरी का दुपट्टा बंबे में फेंक दिया था। उसकी चप्पलें पास के ही गेहूं के खेत में फेंक दी थीं। 

एससी-एसटी एक्ट की धारा बढ़ाई 

एसएसपी ने बताया कि मामला दुष्कर्म व हत्या की धारा में दर्ज किया था। लेकिन, पोस्टमार्टम में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं है। अब इसमें एससी-एसटी एक्ट व सुबूत मिटाने की धारा भी जोड़ी जाएंगी। 

घसीटने से आए निशान 

एसएसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम में पता चला कि किशोरी के शरीर पर कई जगह चोटें थीं। इससे स्पष्ट था कि किशोरी ने अंतिम सांस तक भारी प्रतिरोध किया था। किशोर ने भी कबूल किया है कि हत्या से पहले भी किशोरी ने विरोध किया था। वहीं 15-20 घसीटने के दौरान उसके कई चोटें आईं हैं। एसएसपी ने ये भी कहा कि सिर के पीछे और कनपटी की हड्डी टूटी नहीं हैं। उनमें हल्का क्रैक है, जो प्रतिरोध के दौरान गिरने और घसीटने के चलते हुआ। 

किशोरी को पहले से जानता था आरोपित  

आरोपित किशोर दो साल पहले दूध लेने के लिए किशोरी के घर जाता था तो जान-पहचान भी दी। किशोर ये भी जानता था कि किशोरी दिमाग से कमजोर थी और ज्यादा बोल नहीं पाती थी। इसका फायदा उठाकर उसने दुष्कर्म का प्रयास किया। 

टीम को एडीजी व आइजी से 35 हजार का इनाम 

इस घटना की गूंज शासन तक पहुंच गई थी। खुद मुख्यमंत्री, डीजीपी इसका अपडेट ले रहे थे। डीजीपी ने घटना के अनावरण पर टीम ने सराहना की है। साथ ही एडीजी जोन आगरा ने टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। आइजी ने भी टीम को 10 हजार रुपये के इनाम व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित करने की घोषणा की है। 

पुरानी टीम को फिर लगाया 

एसएसपी ने जांच के लिए एसपी देहात शुभम पटेल, एसपी क्राइम डा. अरविंद कुमार, सीओ बरला सुमन कनौजिया व सीओ गभाना कर्मवीर सिंह के नेतृत्व में पांच टीमें गठित की थीं। इसमें क्वार्सी इंस्पेक्टर छोटे लाल, लोधा एसओ अभय शर्मा, अकराबाद एसओ रज कुमार शर्मा, सर्विलांस के प्रभारी संजीव कुमार,  एसओजी प्रभारी रितेश कुमार शामिल थे। 

आइजी ने की सराहना, बजी तालियां 

प्रेसवार्ता के दौरान आइजी पीयूष मोर्डिया ने एसएसपी की पीठ थपथपाई और पूरी टीम की सराहना की। 72 घंटे के अंदर घटना का अनावरण करने पर प्रेसवार्ता के दौरान ताली बजाईं। आइजी ने कहा कि अलीगढ़ पुलिस ने इस संवेदनशील केस में पूरी सूझबूझ के साथ काम किया है।

chat bot
आपका साथी