Jagran Impact : अलीगढ़ में नहीं बनेंगे नए Covid Hospital, कई की खत्म होगी मान्यता, विस्‍तार से जानिए वजह

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए निजी अस्पतालों को इलाज की अनुमति दी। अफसोस मरीजों की तरफ से कोविड अस्पतालों के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही हैं। लाखों रुपये की वसूली के बाद भी मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल रहा।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 07:03 AM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 07:03 AM (IST)
Jagran Impact : अलीगढ़ में नहीं बनेंगे नए Covid Hospital, कई की खत्म होगी मान्यता, विस्‍तार से जानिए वजह
कोविड केयर सेंटर मानक के अनुसार सेवा नहीं दे रहे हैं।

अलीगढ़, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए निजी अस्पतालों को इलाज की अनुमति दी। अफसोस, मरीजों की तरफ से कोविड अस्पतालों के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही हैं। लाखों रुपये की वसूली के बाद भी मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल रहा। कई अस्पतालों में आक्सीजन व अन्य सुविधा न मिलने से मरीजों की मौत की खबरें भी आ रही हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने अब नए कोविड अस्पताल को अनुमति न देने व ठीक सेवाएं नहीं दे रहे कोविड अस्पतालों की अनुमति निरस्त करने का निर्णय लिया है।

 कोविड केयर सेंटरों के खिलाफ गंभीर शिकायतें

जिले में वरुण हास्पिटल, मिथराज हास्पिटल, शेखर सर्राफ मेमोरियलय हास्पिटल, जीवन ज्योति हास्पिटल, जेडी हास्पिटल, वकार हास्पिटल, एसजेडी हास्पिटल को कोविड केयर सेंटर चलाने की अनुमति दी है। अनुमति से पूर्व एसीएमओ स्तर के अधिकारी से अस्पताल में नियुक्त स्टाफ, आक्सीजन, वेंटीलेटर व अन्य सुविधा और मानकों की जांच कराई। ऐसा एक भी हॉस्‍पिटल नहीं रहा, जिनके निरीक्षण में कोई खामी पाई गई हो। हैरानी की बात ये है कि कई कोविड केयर सेंटरों के खिलाफ गंभीर शिकायतें मिलनी शुरू हो गई है। मरीजों से इलाज के नाम पर लाखों रुपये वसूले जा रहे हैं। शिकायतें मिल रही हैं कि कई अस्पतालों में पर्याप्त स्टाफ तक नहीं। आक्सीजन व वेंटीलेटर तक खराब पड़े हुए हैं। लापरवाही से मरीजों की जान तक जा रही है। दैनिक जागरण ने सोमवार व मंगलवार के अंक में निजी कोविड अस्पतालों में अवैध वसूली की खबर प्रमुखता से छापी।

कोविड केयर सेंटर मानक के अनुसार सेवा नहीं दे रहे

मंगलवार को सीएमओ डा. बीपीएस कल्याणी ने बताया कि निजी कोविड केयर सेंटर इसलिए बनाए गए थे, कि जो लोग सरकारी अस्पातल में इलाज नहीं कराना चाहते वे वहां चले जाएं। संक्रमण व गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद निजी कोविड सेंटरों की जिम्मेदारी और बढ़ गई, लेकिन कई सेंटर उचित सेवा नहीं दे पा रहे। शिकायतें बढ़ रही हैं। ऐसे में अब नए कोविड केयर सेंटरों के आवेदनों पर विचार रद कर दिया है। वहीं, जिन कोविड केयर सेंटर मानक के अनुसार सेवा नहीं दे रहे, उनका अनुबंध जल्द ही खत्म किया जाएगा। ऐसे अस्पताल चिह्नित कर लिए गए हैं। इलाज खर्च की भी जांच कराई जा रही है।

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