अलीगढ़ में शिक्षकों की मनमानी पर आइवीआरएस कसेगा नकेल
कॉल का जवाब देंगे गुरुजी जवाब न मिलने पर हो जाएगी कार्रवाई स्कूल संचालन की शुरुआत से आ सकती है कॉल कक्षाओं में रहेंगे शिक्षक।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : कक्षा एक से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों में अब गुरुजी की स्कूल आने में मनमानी करने पर इंटरेक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम (आइवीआरएस) से नकेल लगाने का काम किया जाएगा। कोरोना काल के बाद स्कूल खुलने पर यह व्यवस्था सरकारी स्कूलों में लागू होगी। सुबह पहली कक्षा के संचालन से लेकर अंत तक कभी भी शासन से कॉल आ सकती है। शिक्षकों के मोबाइल नंबर शासन के पास मानव संपदा पोर्टल के जरिये सुरक्षित किए गए हैं। फोन कॉल पर शिक्षकों से 10 सवालों के जवाब मांगे जाएंगे। इससे पता लगाया जाएगा कि वो अपने विद्यालय से संबंधित शिक्षण कार्य की योजनाओं पर कितना काम कर रहे हैं।
दिसंबर के अंत तक शिक्षकों को शासन की ओर से टेबलेट भी उपलब्ध कराने की योजना है। इनके जरिये ही शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति लगाने का काम होगा। इसी पर इंटरनेट के जरिये कॉल की जाएगी। शिक्षकों ने इस पर इंटरनेट की सुविधा ग्रामीण क्षेत्रों में दुरुस्त न होने का हवाला देते हुए विरोध भी किया, लेकिन विद्यालयों को फाइबर ऑप्टिकल नेट से जोड़ने का काम भी किया जा रहा है। इससे उनका ये विरोध मायने नहीं रख सकेगा। बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि प्रधानाध्यापक या इंचार्ज प्रधानाध्यापक से शिक्षण कौशल, शिक्षा को सुधारने के लिए किए गए प्रयासों व योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में सवाल पूछे जाएंगे। ये कॉल रिसीव कर जवाब देना हर शिक्षक के लिए अनिवार्य होगा। जवाब न देने वाले शिक्षकों पर शासन स्तर से ही स्पष्टीकरण मांगकर कार्रवाई की जाएगी। इससे शिक्षकों पर शिकंजा कसेगा।