बिना रोक-टोक चल रहे सीएनजी व एलपीजी वाहन दे रहे हादसों को निमंत्रण Aligarh news

जिले भर में बिना रोक-टोक चल रहे सीएनजी व एलपीजी किट लगे वाहन लगातार हादसों काे निमंत्रण दे रहे हैं। ऐसे वाहनों का परिवहन विभाग से मान्यता प्राप्त किट लगवाकर उसका भौतिक सत्यापन व पंजीकरण कराना अनिवार्य है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:45 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 11:45 AM (IST)
बिना रोक-टोक चल रहे सीएनजी व एलपीजी वाहन दे रहे हादसों को निमंत्रण Aligarh news
जिले भर में बिना रोक-टोक चल रहे सीएनजी व एलपीजी किट लगे वाहन लगातार हादसों काे निमंत्रण दे रहे हैं।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जिले भर में बिना रोक-टोक चल रहे सीएनजी व एलपीजी किट लगे वाहन लगातार हादसों काे निमंत्रण दे रहे हैं। ऐसे वाहनों का परिवहन विभाग से मान्यता प्राप्त किट लगवाकर उसका भौतिक सत्यापन व पंजीकरण कराना अनिवार्य है। फिर भी बिना किसी वैद्यता के ही वाहन धड़ल्ले से सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं। इससे जहां वाहन में बैठी सवारियों की जान- माल का हर समय खतरा बना रहता है, वहीं अक्सर वाहनों में आग लगने की वजह भी यही है। शहर में कई हादसों के घटित होने के बाद भी लोग किट लगवाने की सुरक्षा का कतई ध्यान नहीं रख रहे हैं।

वाहनों में अवैध किट

शहर में स्कूली वाहनों के अलावा कारों में लगी रहने वाली अवैध गैस किट में घरेलू उपयोग वाला लाल सिलेंडर लगाया जाता है। इसके बाद वाहन बिना रोक-टोक सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इन पर न तो पुलिस ध्यान देती और न ही आरटीओ विभाग ध्यान देता है। ऐसे में ये वाहन खुलेआम सड़क पर दौड़कर मौत को दावत देते हैं।

कार में आग लगने की वजह

कार में आग लगने की अधिकांश घटनाएं कार कंपनियों की गलतियों की वजह से नहीं बल्कि कार चालक की लापरवाही से हो रही हैं। लोग कार खरीदने के बाद उसमें स्टीरियो सिक्योरिटी सिस्टम, हैड लैंप और रिवर्स पार्किंग सेंसर जैसे एसेसरीज बाहरी दुकानों से खरीदकर फिट कराते हैं। ऐसे मामलों में देखा गया है कि अप्रशिक्षित मेकैनिक फिटिंग करते वक्त कई तारों को खुला छोड़ देते हैं या तारों को सही तरीके से नहीं जोड़ते हैं। ये शार्ट-सर्किट की एक बड़ी वजह बनते हैं।

प्रमुख तथ्य

07 - आरटीओ में पंजीकृत सीएनजी व एलपीजी फिटमेट सेंटर हैं जिले में

10 - केंद्र हैं जिले में प्रदूषण नियंत्रण व जांच केंद्र

3487 -चार वाहन आरटीओ में पंजीकृत हैं जिले में सीएनजी व एलपीजी कंपनी किट लगे हुए

1925 - व्यावसायिक वाहन हैं सीएनजी किट लगे हुए

1562- निजी वाहन हैं कंपनी किट लगे

02 -साल में अवैध किट लगे 498 वाहनों पर हुई है चालान व जुर्माने की कार्रवाई

08- माह में अवैध किट लगे 187 वाहनों के खिलाफ की गई है चालान, जुर्माना व सीज के कार्रवाई

जागरण सुझाव

आग से कैसे करें बचाव -कार इंजन पर खास ध्यान देने की जरूरत है। सही वक्त पर आयल फिल्टर इंजन कूलेंट और इंजन आयल को बदलते रहें। इससे कार की सेहत ठीक रहेंगी। - कार में फालतू इलेक्ट्रीकल उपकरण लगाने से बचें, ये आपकी कार की बैट्री पर एक्सट्रा लोड डालते हैं। - सीएनजी किट लगवाने के लिए पैसों का लालच न करें। चाइनीज नहीं बल्कि कंपनी की ही किट लगवाएं। -सीएनजी किट की वायरिंग की हर तीन साल में जांच अवश्य कराएं। - पुराने सिलेंडर कभी न लगवाएं -सीएनजी किट में बायरिंग इंजन के अंदर होनी चाहिए।

अवैध किट लगने से हुईं प्रमुख घटनाएं

29 मार्च 2017 : गांधीपार्क के नौरंगाबाद पुल पर कार में आग लगी, कार सवार बाल-बाल बचे।

21 सितंबर 2017: साधु आश्रम - पनैठी के पास स्विफ्ट कार में आग लगी।

11 नवंबर 2017 : हरदुआगंज क्षेत्र में स्काडा कार में आग लगने से चालक जिंदा जला।

09 नवंबर 2018 : सासनीगेट क्षेत्र के लोधी बिहार में खड़ी कार में आग लगने से दो और कार जलकर हुई राख।

15 दिसंबर 2018 : हाथरस के सिकंद्राराऊ व अकराबाद के गोपी के बीच कार में आग लगने से कार सवार चार लोग जिंदा जले।

17 दिसंबर 2018 : खैर के टैंटी गांव रोड पर कार में आग लगी। कार सवार बाल-बाल बचे।

07 जून 2019 : गभाना हाईवे पर कार आग का गोला बनी।

12 मई 2020 : मजदूरों को लेकर जा रही बस में आग लगी, गंभीर हादसा टला।

27 मई 2020 : कस्बा खैर में अलीगढ़ आ रही रोडवेज बस में आग लगी।

26 फरवरी 2021: सासनीगेट चौराहे के पास कार में लगी आग

05 मार्च 2021- गभाना में चूहरपुर के पास कार में आग लगी।

22 मई 2021 - लोधा क्षेत्र में कार में आग से चार सवारियां झुलसी।

इनका कहना है

अवैध रुप से गैस किट लगे वाहनों के खिलाफ समय- समय पर चेकिंग अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है। स्कूल संचालकों को बच्चों की सुरक्षा व बचाव के लिए निर्देशित किया गया है। इसमें किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। स्कूली वाहनों की फिटनेस में लापरवाही बरतने वाले संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- फरीउद्दीन, आरटीओ प्रवर्तन

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