रोहिंग्या का अलीगढ़-पंजाब कनेक्शन खंगाल रही जांच एजेंसियां Aligarh news

रिमांड पर लिए गए आरोपित रफीक व आमीन से पूछताछ के बाद टीमें फर्जी दस्तावेज तैयार करने व उन्हें पनाह देने वालों का नेटवर्क खंगाल रही हैं। अलीगढ़ बुलंदशहर मेरठ बागपत समेत प्रदेश के कई शहर एटीएस के रडार पर हैं और वहां से इनपुट जुटाया जा रहा है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 05:40 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:16 AM (IST)
रोहिंग्या का अलीगढ़-पंजाब कनेक्शन खंगाल रही जांच एजेंसियां Aligarh news
अलीगढ़ में एटीएस द्वारा पकड़े गए रोहिंग्‍या मुसलमान।

अलीगढ़, जेएनएन ।  कोतवाली नगर क्षेत्र के मकदूम नगर से एटीएस की छापेमारी में सोना व महिला तस्करी के आरोप में पकड़े गए रोहिंग्या के बारे में अब खुफिया टीमें उनका अलीगढ़ कनेक्शन खंगालने में जुट गई हैं। रिमांड पर लिए गए आरोपित रफीक व आमीन से पूछताछ के बाद टीमें फर्जी दस्तावेज तैयार करने व उन्हें पनाह देने वालों का नेटवर्क खंगाल रही हैं। अलीगढ़, बुलंदशहर, मेरठ, बागपत समेत प्रदेश के कई शहर एटीएस के रडार पर हैं और वहां से इनपुट जुटाया जा रहा है। एटीएस की टीम ने अलीगढ़ में छापेमारी के बाद म्यांमार के दो रोहिंग्या रफीक व आमीन को गिरफ्तार किया था। अगले ही दिन टीम ने मेरठ व बुलंदशहर से चार रोहिंग्या को पकड़ा था। इनमें से एक आरोपित की कई बार अलीगढ़ आने -जाने की पुष्टि हुई।

कौन हैं मददगार

सोना व महिलाओं की तस्करी से जुड़े रोहिंग्या के म्यांमार से भारत में आने व पंजाब तक काम पर भेजने वाले मददगारों की खोज में एटीएस टीम दिन-रात जुटी हुई हैं। प्रारंभिक जांच में साफ हुआ है कि पकड़े गए रोहिंग्या वोटर कार्ड, आधार कार्ड व पासपोर्ट समेत तमाम फर्जी दस्तावेज बनवाने में मदद करते थे। इसके पीछे कौन-कौन शामिल है इसके बारे में टीमें गहनता से जांच-पड़ताल कर रही हैं।

पंजाब से लाया था रफीक सोना

एटीएस टीम के हत्थे चढ़े रफीक की पत्नी रुबिया व रोहिंग्या की शहर में अगुवाई करने वाले जुबैर का कहना है कि रफीक पंजाब काम करने गया था। संभावना है कि उसने सोना वहीं से खरीदा हो। रफीक के साढू ने ही उसके पास सोना होने की जानकारी दी थी। इसके बाद ही उसकी गिरफ्तारी की गई है।

बिना सत्यापन रह रहे किरायेदारों में खलबली

एटीएस, एलआइयू समेत तमाम जांच एजेंसियां रोहिंग्या के अलीगढ़ कनेक्शन पर काम कर रही हैं। पिछले कई दिनों से चल रही जांच व सत्यापन के बाद बिना किसी सत्यापन के ही अपने घरों में रोहिंग्या को पनाह देने वालों में अब डर का माहौल दिखाई पड़ रहा है। कई ने तो यहां रह रहे रोहिंंग्या परिवारों को बाहर का रास्ता दिखाने तक की चेतावनी दे दी है तो कुछ ने उन्हें बाहर भी कर दिया है। उन्हें डर सता रहा है कि वे कहीं पुलिस की जांच के चक्कर में न फंस जाएं।

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