Debate competition : इंटरनेट मीडिया का नकारात्मक भ्रांतिया फैलाने के लिए होता है प्रयोग Aligarh news

प्रतियोगिता में समर्थ सक्सेना आर्यन गौरांगी शर्मा अमित कुमार मिश्रा कृपा अरोरा ने इंटरनेट मीडिया के पक्ष में बताया कि इंटरनेट मीडिया का समाज पर सकारात्मक रूप से प्रयोग किसी भी द्वेष को आर्थिक सामाजिक सांस्कृतिक व राजनितिक रूप से बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होता हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 12:40 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 12:47 PM (IST)
Debate competition : इंटरनेट मीडिया का नकारात्मक भ्रांतिया फैलाने के लिए होता है प्रयोग Aligarh news
इंटरनेट मीडिया का समाज पर प्रभाव विषय पर वाद विवाद प्रतियोगितामें अपना पक्ष रखते छात्र।

अलीगढ़, जेएनएन : मंगलायतन विश्वविद्यालय के आट्र्स विभाग द्वारा इंटरनेट मीडिया का समाज पर प्रभाव विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में विवि के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।


लॉकडाउन में सहायक रहा इंटरनेट

वाद विवाद प्रतियोगिता में समर्थ सक्सेना, आर्यन, गौरांगी शर्मा, अमित कुमार मिश्रा, कृपा अरोरा ने इंटरनेट मीडिया के पक्ष में विचार प्रकट करते हुए बताया कि इंटरनेट मीडिया का समाज पर सकारात्मक रूप से प्रयोग किसी भी द्वेष को आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनितिक रूप से बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होता हैं। विद्यार्थियों ने कहा कि इंटरनेट मीडिया के प्रयोग से ज्ञान व व्यापार में वृद्धि की जा सकती है। लॉकडाउन के दौरान इंटरनेट मीडिया काफी सहायक साबित हुआ। इसके विपरित पल्लवी, कौशकि, काजल, सचिन, मंजीत सिंह ने इंटरनेट मीडिया के विपक्ष में अपने विचार प्रकट करते हुए बताया कि लोग इसका प्रयोग नकारात्मक भ्रांतिया फैलाने के लिए करते है तथा समाज को गलत दिशा में जाने को प्रेरित करते है। संचालन डा. फराह खान ने किया। इस दौरान डायरेक्टर सीएसी प्रो. असगर अली अंसारी ने बताया कि बच्चों के समग्र विकास के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत थीम बेस्ड लिटरेरी कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उसी श्रृंखला में वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस मौके पर डा. शगुफ्ता परवीन, डा. जीवन कुमार, डा. सुलभ चतुर्वेदी, मनीषा उपाध्याय, सादिया मसरूर आदि मौजूद थे।

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