रुक रुककर हो रही बारिश से बिजली आपूर्ति गड़बड़ाई, तेज हवाओं ने किया 'आग' में 'घी' का काम

बारिश के कारण जर्जर लाइनों और ट्रांसफार्मर में खराबी की शिकायतें बढ़ गई हैं। ग्रामीण क्षेत्र में स्थिति अधिक खराब है। जलभराव वाले स्थानों पर पोल पर काम नहीं हो पा रहा है। इससे बिजली आपूर्ति सुचारु नहीं हो पा रही है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 12:39 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 02:15 PM (IST)
रुक रुककर हो रही बारिश से बिजली आपूर्ति गड़बड़ाई, तेज हवाओं ने किया 'आग' में 'घी' का काम
जनपद में रुक-रुक कर हुई बारिश से बिजली आपूर्ति पर असर पड़ रहा है।

हाथरस, जागरण संवाददाता।  जनपद में रुक-रुक कर हुई बारिश से बिजली आपूर्ति पर असर पड़ रहा है। इस बीच चली तेज हवाओं ने दिक्कतें और बढ़ा दी हैं। फाल्ट की संख्या लगातार बढ़ रही है।

जलभराव वाली जगहों पर पोल पर नहीं हो पा रहा काम

बारिश के कारण जर्जर लाइनों और ट्रांसफार्मर में खराबी की शिकायतें बढ़ गई हैं। ग्रामीण क्षेत्र में स्थिति अधिक खराब है। जलभराव वाले स्थानों पर पोल पर काम नहीं हो पा रहा है। इससे बिजली आपूर्ति सुचारु नहीं हो पा रही है। 11 केवी से लेकर 33 केवी की लाइनों में फाल्ट होने से उन पोलों पर काम करना मुश्किल हो रहा है। यह स्थिति शहर के नए आबादी वाले इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में है। बिजली न होने से पानी की व्यवस्था भी बिगड़ गई है। जहां पर हैंडपंप नहीं है और सबमर्सिबल लगे हुए हैं। वहां बिजली न होने के कारण दिक्कत आ रही है। लोग इनवर्टर व मोबाइल चार्ज नहीं करवा पा रहे हैं।

सबसे अधिक सिकंदराराऊ की हालत खराब, कर्मचारियों ने खड़ेे किए हाथ 

सिकंदराराऊ क्षेत्र में सबसे अधिक स्थिति खराब है। पुरदिलनगर और आसपास के क्षेत्र में तेज हवाओ के कारण बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। तीन दिन से उपभोक्ताओं को दो चार घंटे ही आपूर्ति मिल रही है। जलभराव वाले इलाकों में करंट की संभावना के कारण कर्मचारी पोल पर काम करने में कतरा रहे हैं। संविदा कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें सुरक्षा के उपकरण पूरे नहीं मिल रहे हैं।

एक कर्मचारी की हो चुकी है मौत

पिछले दिनों हाथरस जंक्शन के लाखनू बिजलीघर पर पोल पर काम करते समय करंट आने से संविदा कर्मी जितेेंदर की मौत हो गई थी। दो पोल की लाइन पर शटडाउन के बावजूद करंट आ गया था। कर्मचारी करंट से चिपने के कारण तारों में फंसकर रह गया था। उसे कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मदद से पोल से उतारा।

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