आरटीआइ में सूचनाएं तो मिली नहीं, नसीहत मिल गई Aligarh News
काेरोगा संक्रमण के बढ़ते मामलों से सरकारी तंत्र हिला हुआ है। कोरोना के अलावा अन्य किसी शिकवा शिकायतों पर सुनवाई नहीं हो रही। अधिकारी कोरोना का हवाला देते नजर आते हैं। आरटीआई पर अपीलों पर भी यही नसीहतें दी जा रही हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। RTI : काेरोगा संक्रमण के बढ़ते मामलों से सरकारी तंत्र हिला हुआ है। कोरोना के अलावा अन्य किसी शिकवा, शिकायतों पर सुनवाई नहीं हो रही। अधिकारी कोरोना का हवाला देते नजर आते हैं। आरटीआई पर अपीलों पर भी यही नसीहतें दी जा रही हैं। अलीगढ़ से जुड़े एक मामले में आवेदक ने सूचना आयोग से जन सुनवाई के लिए जारी वाट्सएप नंबर पर सूचनाएं न मिलने की शिकायत की तो कहा गया, परिस्थितियां देखी हैं, इस वक्त क्या हालात हैं? आफिस बंद हैं। ये जवाब पाकर आवेदक ने चुप्पी साध ली।
यह है मामला
दरअसल, बन्नादेवी क्षेत्र के प्रिंस नगर निवासी केशव देव ने आरटीआई के तहत छह जुलाई, 2020 को मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से पशुओं को दी जाने वाली निश्शुल्क दवाओं की जानकारी मांगी थी। जबाव न मिलने पर आठ अगस्त को अपर निदेशक पशु पालन विभाग को प्रथम अपील की। लेकिन, सूचनाएं नहीं दी गईं, न ही कोई जबाव आया। तब केशव देव ने गो सेवा आयोग में शिकायत दर्ज कराई। गो सेवा आयोग ने 27 अगस्त को जिलाधिकारी को एक पत्र जारी कर कार्रवाई के आदेश दिए। आवेदक का कहना है कि इस आदेश के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद 28 सितंबर को राज्य सूचना आयोग में द्वितीय अपील की। राज्य सूचना आयोग ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के जन सूचना अधिकारी को तलब करते हुए चार मार्च, 2021 को नोटिस जारी कर दिया। सुनवाई की तिथि 31 मार्च निर्धारित की गई। सुनवाई वीडिया काॅल के जरिए होनी थी। इसके लिए आयोग से एक वाट्सएप नंबर जारी किया गया।
आफिस बंद होने की बात कही
आवेदक ने बताया कि तय तिथि पर वीडियो काल के जरिए सुनवाई हुई। मुख्य पशु चिकित्सक को सूचनाएं उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिए। बावजूद इसके सूचनाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं। न ही अन्य कोई कार्रवाई हुई। इस बावत दिए गए वाट्सएप नंबर पर शिकायत पोस्ट की। दूसरी ओर परिस्थितियों का हवाला देकर आफिस बंद होने की बात कही गई।