अलीगढ़ जेल में महिला बंदियों को भाप लेने को दिया इंडक्शन चूल्हा

जेल में बंदियों का ख्याल रखने के लिए समाजसेवी संस्थाएं लगातार आगे आ रही हैं। रविवार को बंदियों के लिए साबुन उपलब्ध कराए गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 12:49 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 12:55 AM (IST)
अलीगढ़ जेल में महिला बंदियों को भाप लेने को दिया इंडक्शन चूल्हा
अलीगढ़ जेल में महिला बंदियों को भाप लेने को दिया इंडक्शन चूल्हा

जासं, अलीगढ़ : जेल में बंदियों का ख्याल रखने के लिए समाजसेवी संस्थाएं लगातार आगे आ रही हैं। रविवार को बंदियों के लिए साबुन उपलब्ध कराए गए। महिला बंदियों को भाप लेने के लिए इंडक्शन चूल्हे की व्यवस्था की गई है।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा के बताया कि उड़ान सोसाइटी के पदाधिकारियों ने बंदियों के हाथ धोने के लिए तीन हजार साबुन उपलब्ध कराए हैं। शहर के उद्योगपति कामेश्वर प्रसाद गर्ग ने 14 सौ साबुन व महिला कारागार में एक इंडक्शन चूल्हा भी उपलब्ध कराया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि पहले भी छेरत स्थित होम्योपैथिक मेडिकल कालेज के माध्यम से बंदियों को आर्सेनिक एलबम की गोलियां दी गई हैं। उड़ान सोसाइटी के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में संस्था अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए अधिक से अधिक लोगों को मदद पहुंचा रही है। जिला कारागार के अनुरोध पर रेनू मित्तल, पूनम पाली, शुभा कौशिक, सुनीता वाष्र्णेय, नाजिमा मसूद, डा. अशोक कुमार, अपूर्वा माहेश्वरी, अहमद मुजतबा आदि ने साबुन उपलब्ध कराए हैं। इन्हें संस्था की ओर से संजय शर्मा ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक को साबुन सौंपे।

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जेल में बना एल-वन अस्पताल

जासं, अलीगढ़ : कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए जेल प्रशासन भी फूंक-फूंककर कदम रख रहा है। बंदियों को काढ़ा व हल्दी का दूध पिलाया जा रहा है, वहीं उनके इलाज की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जेल में एल-वन अस्पताल बनाया गया है, जिसमें 13 बंदियों का इलाज चल रहा है। इनमें 11 नए हैं। एक महिला बंदी भी आइसोलेट है।

जेल में 3600 कैदी-बंदी हैं। इनमें हाथरस के भी शामिल हैं। रोजाना 30-35 बंदी नए दाखिल होते हैं। यहां पुरुष व महिला बंदियों के लिए दो एल-वन अस्पताल बनाए गए हैं। यहां जेल के अस्पताल के डा. शाहरुख की निगरानी में 13 बंदियों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक डाक्टर व एक फार्मासिस्ट भी नियुक्त किया गया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि 13 बंदियों का इलाज चल रहा है। वहीं एक गर्भवती बंदी को एल-टू में भर्ती कराया गया था। डिलीवरी के बाद उसे जेल के महिला एल-वन अस्पताल में आइसोलेट करा दिया गया है।

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