चुनावी समर में मिलता है आश्वासन का घूंट फिर तो लगा रहता है गंदगी का अंबार
सडक़ नाली पानी की मूलभूत सुविधा हर गांववासी की दरकार होती है उसमें भी विशेष सडक़ व स्वच्छता हैं हरदुआगंज क्षेत्र के गांव जारौठी में दो गांवों को जोड़ता 500 मीटर का एक बदहाल लिंक मार्ग कीचड़ व गंदगी के चलते परेशानी का सबब बना हुआ है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। सडक़ नाली पानी की मूलभूत सुविधा हर गांववासी की दरकार होती है, उसमें भी विशेष सडक़ व स्वच्छता हैं, हरदुआगंज क्षेत्र के गांव जारौठी में दो गांवों को जोड़ता 500 मीटर का एक बदहाल लिंक मार्ग कीचड़ व गंदगी के चलते परेशानी का सबब बना हुआ है, हर बार चुनावी समर में इस मार्ग का पक्कीकरण कराकर समस्या से निजात दिलाने के वादे होते हैं, सरकारें बदली पर समस्या जस की तस रही।
जवां ब्लाक में 1700 वोटर
जवां ब्लाक अंर्तगत करीब 4000 की आबादी व 1700 वोटरों वाला गांव हर जनप्रतिनिधि के लिए महत्वपूर्ण हैं, इस गांव से महज पांच सौ मीटर दूरी पर गांव भीमगढ़ी है, दोनों गांवों के बीच की इस दूरी को तय करने में ठंड के समय में भी पसीने छूटने लगते हैं, वजह बदहाल मार्ग पर पानी व कीचड़ का जमावड़ा हैं। वहीं गांव भीमगढ़ी पहुंचने के लिए ये अकेला मुख्य मार्ग है, जारौठी निवासी किसान नेता आशाराम के मुताबिक इस रास्ते पर राजकुमार, हरीसिंह, अनार सिंह, राकेश आदि के घर हैं, करीब तीन सौ मीटर लंबे मार्ग पर जलभराव व गंदगी के चलते निकलता दुश्वार है, गंदगी के चलते संक्रमण रोग हो रहे हैं, घर-घर मरीज पड़े हैं, तथा दोनों गांवों के सैकड़ों वाहन सवार व पैदल लोग गंदगी से होकर गुजरते को मजबूर हैं, जो गिरकर चोटिल भी होते हैं। वहीं हालात जारौठी गांव में चामड़ वाले मोहल्ले की गली का भी ऐसा ही हाल है, यहां रामपाल आदि के घरों के आगे रास्ता बदहाल हैं, वहीं हैंडपंप व स्ट्रीट लाइटें शोपीश बनी हैं, कई परिवार आज भी शौचालय बनने से वंचित हैं। लोगों का कहना है कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधि इन समस्याओं से निजात दिलाने का वादा करते हैं मगर चुनाव के बाद लौटकर सुध नहीं लेते हैं।
इनका कहना है
खराब मार्ग और गंदगी बड़ी समस्या है। मार्ग निर्माण के लिए कार्ययोजना में प्रस्ताव कर धनराशि की मांग की है, जिलाधिकारी से स्वयं शिकायत करके आया हूं। गांव के विकास के लिए हर संभव प्रयास में जुटा हूं।
- रेवती प्रसाद, ग्राम प्रधान
लोगों की पीड़ा
जरौठी से भीमगढ़ी गांव को जोडऩे वाले रास्ते से छात्रों को बेहद परेशानी हो रही है, बीते दो वर्षों से इस मार्ग को बनावाने की मांग कर रहे हैं, मगर सुनवाई नहीं हुई।
-रनवीर सिंह
गांव के हालात बदलें इस उम्मीद से प्रधान को चुना मगर वह समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, गांव की गलियों व नालियों में गंदगी पसरी है, हालात जस के तस बने हुए हैं।
-विकास राजपूत
इस जर्जर व कीचड़ भरे रास्ते पर ही मेरा घर है, ईंटें डालकर घर से बाहर निकलते हैं, गंदगी से उठती दुर्गंध से घरों में बीमारी पसरी हैं, अपनी समस्या किसे सुनाएं, नेता आते हैं वादा करके वापस नहीं लौटते।
-मनोज कुमार