हाथरस में Bhim Army Chief Chandrashekhar को मृतका के घर से निकालने में देर रात तक जुटे रहे अफसर
रात मृतका के घर रुके भीम ऑर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद को बाहर निकालने के लिए एसडीएम राजकुमार सिंह एएसपी प्रकाश कुमार सी ओ ब्रह्म सिंह के अलावा मुरसान चंदपा व सादाबाद इंस्पेक्टर वही जमे हुए थे। बातचीत का दौर जारी है। सीआरपीएफ के जवान भी लगे हुए है।
हाथरस, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के गांव बूलगढ़ी में मृतका के घर गुरुवार की रात भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद पहुंच गए। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को वे जिलाधिकारी कार्यालय सुबह धरना देंगे। इधर देर रात मृतका के घर रुके भीम ऑर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद को बाहर निकालने के लिए एसडीएम राजकुमार सिंह एएसपी प्रकाश कुमार सी ओ ब्रह्म सिंह के अलावा मुरसान, चंदपा व सादाबाद इंस्पेक्टर वही जमे हुए थे। बातचीत का दौर जारी है। सीआरपीएफ के जवान भी लगे हुए है।
बूलगढ़ी में भीम आर्मी समर्थक पहुंचने से गर्माया माहौल, फोर्स तैनात
बूलगढ़ी में भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद के पहुंचने से आसपास का माहौल गर्माया गया । प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर सीआरपीएफ के जवान और पीएसी तैनात कर दी गई। सामाजिक संगठनों के सक्रिय होने पर आसपास के गांवों में भी फोर्स लगाकर बेरिकेडिंग कर दी गई है। मृतका के घर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नगला भुस पार करते ही भीम आर्मी के कार्यकर्ता थाना चंदपा से पहले जगह-जगह जमा होना शुरू हो गए। इस बीच उन्हें देखते हुए आगरा रोड पर पंडित भोजनालय से लेकर बूलगढ़ी जाने वाले रास्ते पर जगह-जगह बेरिकेडिंग की गई है। एसडीएम राजकुमार सिंह के अलावा सीओ ब्रह्म सिंह, सीओ ट्रैफिक अशोक कुमार बाजपेयी के अलावा आसपास के थानों का फोर्स भी बुला लिया गया था। एसडीएम व सीओ लगातार भ्रमण कर रहे थे। वहीं सीआरपीएफ के कमांडर पोलुश लकड़ा के नेतृत्व के सीआरपीएफ के जवान भी मोर्चा संभाले हुए थे। वहीं बूलगढ़ी जाने वाले वाले सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग लगाकर फोर्स बैठा रखा था। खेड़ा परसौली और बघना में भी फोर्स तैनात रहा। मंदिर पर आसपास के लोगों के एकत्र होने की सूचना पर पुलिस और खुफिया विभाग पूरी तरह नजर बनाए रखे हुए थे।
मृतका के घर पर दो प्लाटून सीआरपीएफ तैनात
बूलगढ़ी में मृतका के घर पर सीआरपीएफ के 35 जवान लगाए गए हैं। वैसे लगभग 20 जवान तैनात रहते हैं। आठ सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। गेट पर हर आने जाने वाले की एंट्री रहती है। वहीं भीम आर्मी के चीफ के आने पर उनके सुरक्षा कर्मी उनसे अलग रहेंगे। सीआरपीएफ के जवानों की सुरक्षा में ही वे स्वजनों से मिलेंगे। गांव में सीमित लोगों के जाने की व्यवस्था की गई थी। सीआरपीएफ कमांडर ने बताया कि पांचलोगों के मिलने की इजाजत दी गई है।