हर परिस्थिति में भट्ठा संचालकों को संगठित रहने की जरूरत

बरला मोड़ पर आरएस मार्केट पर रविवार को भट्ठा एसोसिएशन की बैठक हुई जिसमें जिले के सभी भट्ठा स्वामियों ने भाग लिया। एसोसिएशन अध्यक्ष जनकपाल सिंह ने कहाकि यूनियन को मजबूत बनाते हुए एकत्र रहने की जरूरत है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 01:43 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 01:43 AM (IST)
हर परिस्थिति में भट्ठा संचालकों  को संगठित रहने की जरूरत
हर परिस्थिति में भट्ठा संचालकों को संगठित रहने की जरूरत

अलीगढ़ : बरला मोड़ पर आरएस मार्केट पर रविवार को भट्ठा एसोसिएशन की बैठक हुई, जिसमें जिले के सभी भट्ठा स्वामियों ने भाग लिया। एसोसिएशन अध्यक्ष जनकपाल सिंह ने कहाकि यूनियन को मजबूत बनाते हुए एकत्र रहने की जरूरत है। उन्होंने कहाकि जो ईंटों का रेट पीडब्ल्यूडी ने तय किए हैं उसी हिसाब से बिक्री का रेट तय हो। हम सभी की पहल के लिए हाईकोर्ट में एक वकील नियुक्त होना चाहिए। कोरोना काल में यूनियन ने जिला प्रशासन का सहयोग किया था, मगर अकराबाद में शराब पीकर पांच बिहारी मजदूरों की मौत हो गई थी, जिसमें भट्ठा स्वामी का क्या कसूर था? प्रशासन ने कोई मदद नहीं की। हर्जाना भट्ठा स्वामी को वहन करना पड़ा। हमें संगठित रहने की जरूरत है। चूंकि एकता में ही शक्ति होती है। एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र महाजन ने कहा कि इस समय भट्ठा उद्योग पर संकट गहराया हुआ है। कोरोना काल में बिक्री पर भी पूरा असर हुआ है। मंडल अध्यक्ष बबलू भाई ने कहा कि पिछले साल की अपेक्षा कोयले के दाम दो गुना हो गए हैं। वहीं बताया कि इस बार पथाई का कार्य 15 अक्टूबर से कराया जाय और फुंकाई कार्य जनवरी में कराया जाय। अगर कोई नियमों का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। विपिन भाई ने कहा कि यूनियन में यदि मजबूती होगी तो अपनी बात हम सरकार में भी रख सकते हैं। सरकार को टैक्स में बढ़ोत्तरी को लेकर विचार करना चाहिए। विपिन ने सभी भट्ठा स्वामियों का आभार व्यक्त किया। बैठक में रुकमपाल सिंह, गगन गर्ग, मोनू अग्रवाल, निशांत गर्ग, नीतेश गर्ग, राहुल वर्मा, गणेश शर्मा, मनीष गर्ग, राजेंद्र महाजन, शैलेंद्र सिंह, जनकपाल सिंह, मनोज अग्रवाल, रामवीर सिंह, दीपू पचौरी, अशोक महाजन आदि मौजूद रहे। वहीं बैठक में हेमेंद्र चौधरी ने कहा कि जीएसटी में जो सरकार ने बढोत्तरी की है। उसका सभी भट्ठा स्वामियों ने विरोध प्रदर्शन किया। कहा कि पांच से 12 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी में भट्ठा उद्योग सहन नहीं कर पाएगा। वहीं इसकी मार आम जनता पर भी पड़ेगी।

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