अलीगढ़ में दो लोगों से एक लाख रुपये की ठगी, पुलिस ने वापस कराई रकम
इंटरनेट मीडिया पर साइबर ठगों ने इस तरह जाल बिछा रखा है कि एक बार ठगी होने के बाद रुपये लौटने की उम्मीद न के बराबर होती है।
जासं, अलीगढ़ : इंटरनेट मीडिया पर साइबर ठगों ने इस तरह जाल बिछा रखा है कि एक बार ठगी होने के बाद रुपये लौटने की उम्मीद न के बराबर होती है। अलीगढ़ पुलिस की साइबर सेल ने शनिवार को दो मामलों में 24 घंटे के अंदर ठगी के एक लाख रुपये वापस करा दिए। ठगी के गिरोह को भी रडार पर ले लिया है।
नगला पटवारी निवासी शोएब यूसुफ खान जमालपुर में ब्लड टेस्ट लैब चलाते हैं। यूसुफ के पास 13 मई को अनजान नंबर से काल आई। कालर ने परिचित बनकर कहा कि आपके मामा के पैसे देने थे। इसके लिए अपना गूगल-पे आइडी बता दीजिए। यूसुफ ने पहने मना किया, लेकिन, शातिर ने उन्हें बातों में फंसा लिया। इसके बाद यूसुफ को क्यूआर कोड भेजा गया, जिसे स्कैन करते ही उनके बैंक खाते से साढ़े 16 हजार रुपये कट गए। यूसुफ फौरन साइबर सेल पहुंचे। पुलिस ने जांच करके पता लगा लिया कि रकम किस खाते में गई है। रकम को फ्रीज कराकर 24 घंटे में वापस करा दिया गया। दूसरी धोखाधड़ी देहलीगेट निवासी दुर्गेश वाष्र्णेय के साथ हुई। दुर्गेश के क्रेडिट कार्ड के जरिये शातिरों ने 83 हजार छह सौ रुपये ठग लिए थे। साइबर सेल के प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि पेमेंट गेटवे की जानकारी करके रुपये को तत्काल रुकवाया गया। इसके बाद दोनों के खातों में पूरी रकम वापस आ गई। रुपये लौटने के बाद दोनों पीड़ितों ने पुलिस का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि साइबर गिरोह को चिह्नित कर लिया गया है। कार्रवाई के लिए पुख्ता सबूत जुटाए जा रहे हैं।