अलीगढ़ में छह महीने में उखड़ गई दो करोड़ की सड़क की 'सांसें', जानिए पूरा मामला Aligarh news

सड़क निर्माण में घपले-घोटाले किसी से छिपे नहीं हैं। अब कोल विधानसभा क्षेत्र के धनीपुर ब्लाक में दिहौली से मलिकापुरा होते हुए परोरी तक बनी सड़क छह महीने में उखड़ गई है। व्यापार निधि के 1.88 करोड़ के बजट से लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इसका निर्माण किया था।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 05:56 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 07:39 AM (IST)
अलीगढ़ में छह महीने में उखड़ गई दो करोड़ की सड़क की 'सांसें', जानिए पूरा मामला Aligarh news
धनीपुर ब्लाक में दिहौली से मलिकापुरा होते हुए परोरी तक बनी सड़क छह महीने में उखड़ गई है।

अलीगढ़, जेएनएन ।  सड़क निर्माण में घपले-घोटाले किसी से छिपे नहीं हैं। अब कोल विधानसभा क्षेत्र के धनीपुर ब्लाक में दिहौली से मलिकापुरा होते हुए परोरी तक बनी सड़क छह महीने में उखड़ गई है। व्यापार निधि के 1.88 करोड़ के बजट से लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इसका निर्माण किया था। ठेकेदार द्वारा मानकों के हिसाब से निर्माण न करने के चलते यह सड़क उखड़ गई। अब क्षेत्रीय विधायक अनिल पाराशर ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इसकी शिकायत की है। इस पर शासन स्तर से जांच के आदेश दिए हैं। मंडलायुक्त ने सड़क निर्माण व गुणवत्ता की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है।

पीडब्‍ल्‍यूडी को मिली थी जिम्‍मेदारी

पिछले दिनों पीडब्ल्यूडी को धनीपुर ब्लाक के दिहौली से मलिकापुरा होते हुए परोरी तक के सड़क निर्माण की जिम्मेदारी मिली थी। तीन किमी लंबी इस सड़क का 1.88 करोड़ में टेंडर हुआ। छह महीने पहले ठेकेदार ने इसका निर्माण कार्य पूरा कर दिया, लेकिन निर्माण के कुछ दिन बाद ही यह सड़क उखडऩी शुरू हो गई। गिट्टयां निकलकर बाहर आ गईं। लोगों को इससे आवागमन में परेशानी हो रही है।

सीएम से शिकायत

पिछले दिनों कोल विधायक अनिल पाराशर ने एक पत्र भेजकर इस सड़क की शिकायत की। विधायक ने आरोप लगाया कि मानकों के खिलाफ सड़क निर्माण किया गया है। महज छह महीने में ही यह सड़क उखड़ गई है। ऐसे में इसके निर्माण की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय से इस पत्र को मंडलायुक्त को भेजा गया। वहां से जांच के निर्देश दिए गए। मंडलायुक्त ने कमेटी गठित कर दी है, इसमें ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता मो. अकरम, जल निगम के लिए अधिशासी अभियंता पंकज रंजन व राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक हरिओम शर्मा शामिल किए हैं। इस कमेटी को सात दिन में जांच आख्या देनी है।

इनका कहना है

सड़क की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। अगर सड़क की गुणवत्ता खराब मिलती है तो संबंधित ठेकेदार व जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई होगी।

गौरव दयाल, मंडलायुक्त

मेरे विधानसभा क्षेत्र में छह महीने पहले ही इस सड़क का निर्माण हुआ था, लेकिन घटिया सामग्री के चलते इतने कम समय में ही उखडऩे लगी है। पिछले दिनों सीएम को पत्र लिखकर सड़क निर्माण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी।

अनिल पाराशर, कोल विधायक

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