अलीगढ़ में एक क्लिक पर खुलेगा 20 हजार 434 अपराधियों का कच्चा-चिट्ठा Aligarh news
जिले के अपराधियों की पहचान में अब पुलिस गच्चा नहीं खाएगी। इसके लिए विशेष रूप से आपरेशन पहचान के तहत एक ऐप बनाया गया है जिसमें जिलेभर के 20 हजार 434 अपराधियों का ब्योरा अपलोड हो गया है।
सुमित शर्मा, अलीगढ़ । जिले के अपराधियों की पहचान में अब पुलिस गच्चा नहीं खाएगी। इसके लिए विशेष रूप से आपरेशन पहचान के तहत एक ऐप बनाया गया है, जिसमें जिलेभर के 20 हजार 434 अपराधियों का ब्योरा अपलोड हो गया है। ऐसे में अब एक क्लिक पर ही अपराधी की तस्वीर के साथ पूरा कच्चा-चिट्ठा खुल जाएगा। पुलिस ने छह हजार अपराधियों का सत्यापन भी कर लिया है।
बेहतर पुलिसिंग के लिए कई प्लान
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए आपरेशन आवारा, प्रहार, निहत्था, ब्लैक कैट की शुरुआत की। वहीं पंचायत चुनाव से पहले जिलेभर के 10 साल पुराने अपराधियों की डिटेल खंगाली गई। इसके बाद जिले के 29 थानों में हत्या, लूट, डकैती, नकबजनी, जबरन वसूली, फिरौती के लिए अपहरण, पाक्सो अधिनियम, अवैध शराब, अवैध शस्त्र, देह व्यापार, चोरी, गोवध अधिनियम के 20 हजार 434 अपराधी चिह्नित किए गए। इनकी जानकारी रखने के लिए आपरेशन पहचान की शुरुआत की गई। वहीं जोन स्तर पर एक साफ्टवेयर, वेब एप और मोबाइल एप तैयार कराया गया है, जहां इन अपराधियों का डाटा संरक्षित किया जा सके। एप पर जिले के अपराधियों का डाटा अपलोड किया जा चुका है। दूसरी तरफ अपराधियों के वेरिफिकेशन का काम चल रहा है। 15 दिन में करीब छह हजार अपराधियों का सत्यापन हो चुका है। थाना प्रभारियों की निगरानी में बीट स्तर के सिपाही सत्यापन में लगे हुए हैं।
तस्वीर के साथ हर जानकारी मिलेगी
एप पर अपराधी की तीनों एंगल से फोटो खींचकर डाली गई है। इस एप पर अपराधी को उसकी लंबाई, हुलिया, पहचान चिह्न, अपराध के माध्यम से भी सर्च किया जा सकता है। यहां उसका आपराधिक इतिहास के साथ ये भी पता लगाया जा सकेगा कि वह वर्तमान में कहां है? क्या कर रहा है? घर की लोकेशन क्या है? सक्रिय है? या निष्क्रिय?
206 अपराधियों की मौत, 299 लापता
छह हजार सत्यापित अपराधियों में करीब आठ सौ सक्रिय, जबकि तीन हजार निष्क्रिय पाए गए। सक्रिय अपराधियों पर निगरानी रखी जा रही है। जल्द ही इनकी हिस्ट्रीशीट खोली जाएंगी। वहीं 480 आरोपित जेल में हैं। 206 की मौत हो गई है। इसी तरह 288 आरोपितों के बारे में कोई जानकारी नहीं हो सकी तो इन्हें लापता की श्रेणी में रखा गया है।
शहर के अपराधियों का डाटा
थाना, अपराधी
सिविल लाइन, 1490
देहलीगेट, 1327
बन्नादेवी, 1287
गांधीपार्क, 1048
क्वार्सी, 828
कोतवाली नगर, 645
सासनीगेट, 437
इनका कहना है
जिले में 20 हजार से ज्यादा अपराधियों का डाटा एप पर अपलोड हो चुका है। इसमें छह हजार का सत्यापन किया जा चुका है। ऐसे में एक क्लिक पर किसी भी अपराधी का पूरा डाटा तस्वीर के साथ सामने आ जाएगा। पुलिस इन अपराधियों पर निगरानी रख रही है।
- कलानिधि नैथानी, एसएसपी