अलीगढ़ में रावणटीला पोखर की सिर्फ सफाई होगी, कागज तय करेगा जमीन किसकी है
रावणटीला में पानी की टंकी स्थित खाली पड़ी जमीन को लेकर सियासत गरमाई हुई है।
जासं, अलीगढ़ : रावणटीला में पानी की टंकी स्थित खाली पड़ी जमीन को लेकर सियासत गरमाई हुई है। सोमवार को सांसद सतीश गौतम विवादित पोखर पर पहुंचे। उन्होंने भी कहा कि जलभराव की समस्या से लोग परेशान हैं। पोखर की सफाई होनी चाहिए। कागज तय करेगा कि किसकी जमीन है। सांसद के साथ नागेंद्र सिंह, संजीव पाराशर आदि मौजूद थे। इससे पहले माहौर विद्या प्रचार ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र कुमार गुप्ता, सचिव जगदीश महाजन सोमवार को सुबह सांसद से मुलाकात करने विद्या नगर कार्यालय पहुंचे। सांसद को बताया कि पार्टी के ही जनप्रतिनिधि जमीन पर नगर निगम का कब्जा करा रहे हैं।
अपमानित करने का आरोप : माहौर विद्या प्रचार ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने सोमवार को अपना पक्ष रखा। भाजपा महानगर मीडिया प्रभारी अजय गुप्ता ने आरोप लगाया कि नगर आयुक्त व सहायक नगर आयुक्त कन्या विद्यालय की संपत्ति को खुर्द-बुर्द करा रहे हैं। सोमवार को नगर निगम में अपना पक्ष रखने को बुलाया गया था, मगर यहां पर अपर आयुक्त ने अपमानित किया। यहां तक कह दिया कि मौके पर मत जाना, वरना उठाकर बंद करा दिया जाएगा। 2017 में डीएम ने संपत्ति पर आदेश दिया था कि स्कूल अपनी संपत्ति पर काम करे। यहां नगर निगम नियमों की धज्जियां उड़ाकर गड्ढे करवा रहा है। आरोप लगाने वालों में माहौर विद्या प्रचार ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र कुमार गुप्ता, सचिव जगदीश महाजन, अखिल भारतीय माहौर विद्या प्रचार ट्रस्ट पवन गुप्ता,प्रदीप गांधी, संजीव गुप्ता, पीके गुप्ता, नारायण हरि गुप्ता आदि मौजूद थे। उधर, अपर नगर आयुक्त का कहना है कि किसी को अपमानित नहीं किया गया। सिविल कोर्ट में मामला विचाराधीन है। हम अपना पक्ष रखेंगे। सफाई कार्य बंद नहीं होगा। रही बात स्टे आर्डर की तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं कि स्टे आर्डर छह माह तक ही मान्य रहता है।