अलीगढ़ में बीडीसी और जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी को नहीं डालने दिया वोट
मतदान के दौरान बड़े स्तर पर गड़बड़ी सामने आई। जिला पंचायत सदस्य व बीडीसी प्रत्याशी को पीठासीन अधिकारियों ने वोटर लिस्ट में नाम न होने का तर्क देते हुए वोट डालने से रोक दिया।
जासं, अलीगढ़ : मतदान के दौरान बड़े स्तर पर गड़बड़ी सामने आई। जिला पंचायत सदस्य व बीडीसी प्रत्याशी को पीठासीन अधिकारियों ने वोटर लिस्ट में नाम न होने का तर्क देते हुए वोट डालने से रोक दिया। दोनों प्रत्याशी निर्वाचन अधिकारी की प्रमाणित मतदाता सूची दिखाते रहे, मगर किसी ने नहीं सुनी। जवां केंद्र पर तो बसपाइयों ने हंगामा भी किया।
ग्राम पंचायत भदेसी माफी निवासी सीमा कुमारी वार्ड 38 धनीपुर तृतीय से जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी हैं। शाम चार बजे के करीब ये वोट डालने भदेसी माफी मतदान केंद्र पर पहुंचीं तो तो पीठासीन अधिकारी ने रोक दिया। अधिकारी ने तर्क दिया कि वोटर लिस्ट में 2264 मतदाता हैं, जबकि सीमा ने कहा कि उनका नाम वोटर लिस्ट में 2265 क्रमांक पर है। फिर भी वेाट नहीं डाल सकी। प्रत्याशी के पति सचिन ने कहा कि वे शुक्रवार को कोर्ट में अपील करेंगे।
जिला पंचायत सदस्य वार्ड 11 जवां तृतीय के प्रत्याशी फारुख अहमद को सूचना मिली कि नगला पटवारी के मतदान केंद्र सिटी पब्लिक स्कूल में ऐसे मतदाताओं को वापस किया जा रहा है, जिनके वोटर लिस्ट में नाम है। फारुख ने सूचना बसपा के आगरा-अलीगढ़ मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी सूरज सिंह, मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी अशोक सिंह व जिलाध्यक्ष रतनदीप सिंह को दी। इन्होंने अफसरों से वोट न डालने देने की वजह पूछी तो तर्क दिया कि यह क्षेत्र नगर निगम में चला गया है। इसी बीच वार्ड 15 के बीडीसी सदस्य प्रत्याशी मोहम्मद यामीन भी मतदान के लिए पहुंच गए। पता चला कि उनका भी वोट नहीं है, उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में क्रमाक 677 पर उनका नाम है। उन्होंने भी निर्वाचन अधिकारी की प्रमाणित प्रति दिखाई। मगर वोट नहीं डालने दिया। बसपा जिलाध्यक्ष रतन दीप सिंह ने इस केंद्र को लेकर कई बार सीडीओ से बातचीत भी की। सिंह ने आरोप लगाया है कि उनके मतदाताओं को साजिश के तहत मतदान करने से रोका गया है।