Unsurpassed way : कोरोना से लड़ने को भजन पर नृत्य कर बढ़ा रहे इम्युनिटी Aligarh news
कोरोना से बचाव के लिए लोग नायाब तरीके निकाल रहे है। इस समय नवरात्र चल रहा है। घरों में भजन-कीर्तन चल रहे है। ऐसे में संत रविदास नगर शाखा के स्वयंसेवकों ने नया तरीका निकाला है। उन्होंने लाकडाउन के दिन छत पर भजन पर नृत्य किया।
अलीगढ़, जेएनएन । कोरोना से बचाव के लिए लोग नायाब तरीके निकाल रहे है। इस समय नवरात्र चल रहा है। घरों में भजन-कीर्तन चल रहे है। ऐसे में संत रविदास नगर शाखा के स्वयंसेवकों ने नया तरीका निकाला है। उन्होंने लाकडाउन के दिन छत पर भजन पर नृत्य किया। भजन शुरू होते ही परिवार के सभी सदस्य नृत्य करना शुरू कर देते हैं। इसके बाद भजन के साथ ही खेलकूद भी करते हैं। रविदास शाखा के प्रमुख भूपेंद्र शर्मा का कहना है कि इससे इम्नयुटी बढ़ती है, जिससे कोरोना से बचाव होगा।
कोराेना से पूरी दुनिया दशहत में
कोराेना से पूरी दुनिया दशहत में है। पिछले एक महीने से जिस प्रकार से देश में भयावह स्थिति बनी है, उससे यहां भी लोग भयभीत हैं। ऐसी स्थिति में लोग इससे बचाव के तमाम जतन ढूंढ रहे हैं। अलीगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने नायाब तरीका निकाला है। नौरंगाबाद स्थित संत रविदास नगर शाखा के स्वयंसेवक देवी माता के भजन पर नृत्य करते हुए दिखाई दे रहे हैं। महानगर शारीरिक शिक्षण प्रमुख भूपेंद्र शर्मा प्रतिदिन अपने घर की छत पर शाखा लगा रहे हैं। देवी मां और देशभक्ति के भजन लगा देते हैं, उसके बाद नृत्य करते हैं। भजन पर ही वह व्यायाम करते हुए नजर आते हैं। खेलकूद भी कर रहे हैं। भजन के साथ सारी क्रियाओं का लय और ताल इतना अच्छा है कि लोग देखते रह जाते हैं।
छत पर ही शाखा लगा ली
रविवार को लाकडाउन के चलते घर से निकलना नहीं हो पाया। भूपेंद्र शर्मा ने अपने मकान की छत पर ही शाखा लगा ली और भजन-कीर्तन के साथ नृत्य करने लगे। भूपेंद्र शर्मा का कहना है कि नृत्य और तैराकी दो सबसे बड़े व्यायाम हैं। यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन आधे घंटे भरत नाट्यम करता है तो वह पूरी तरह से फिट रहेगा। क्योंकि भरत नाट्यम से उसके शरीर का पूरा व्यायाम हो जाएगा। पांव से लेकर हाथ तक की इसमें कलाएं हैं। यहां तक की आंखों की पुतलियों तक का प्रदर्शन करना होता है। ऐसे में शरीर के करीब-करीब सभी अंगों का व्यायाम हो जाता है। यदि प्रतिदिन व्यक्ति व्यायाम करता है तो वह पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त रहेगा। इम्युनिटी पावर भी उसकी ठीक रहेगी। यदि इम्युनिटी पावर ठीक रही तो कोरोना समेत तमाम बीमारियां दूर रहेंगी और कहीं कोई दिक्कत नहीं होने वाली है। भूपेंद्र शर्मा ने बताया कि पिछले साल कोरोना के समय पूरे देश में योग की ओर लोगों का तेजी से रुझान बढ़ा था। लोग घर-घर योग करने लगे थे। आरएसएस की शाखाएं भी घरों पर ही लगने लगी थीं। इससे सभी का नियमित अभ्यास बन गया था। इसका लोगों को फायदा भी मिला, इसलिए योग जरूर करें। यदि जिनका अभ्यास नहीं है तो वह शास्त्रीय संगीत के साथ नृत्य करें। धीरे-धीरे अभ्यास होने से आदत में शुमार हो जाएगा फिर बीमारियों से दूर रहेंगे।
शरीर को स्वस्थ्य रखता है व्यायाम
नगर सेवा प्रमुख सुनील भंडारी कहते हैं कि व्यायाम प्राकृतिक चिकित्सा है, जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। नियमित व्यायाम करने से तमाम बीमारियों से बचाव हो सकता है। इसलिए आज दुनिया भर में व्यायाम को महत्व दिया जा रहा है। कोरोना के समय तो विश्व भर में लोग योग-व्यायाम, आसान करना शुरू कर दिए। इससे उनके अंदर ऊर्जा का संचार तो हुआ ही साथ ही सकारत्मक सोच भी पैदा हुई। क्योंकि जिस प्रकार से कोरोना का प्रकोप पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा था, उससे तमाम लोग अवसाद में आते जा रहे थे।