नहीं मिले 40 करोड़ तो थम गयी जिले के विकास की रफ्तार, जानिए पूरा मामला Aligarh news

अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) को पिछले पांच साल से स्टांप शुल्क का भुगतान न होने के चलते शहर में विकास की रफ्तार थम गई है। प्राधिकरण अब न तो कोई नया काम करा रहा है और न ही पुरानों का मरम्मतीकरण कर पा रहा है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 07:51 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 08:15 AM (IST)
नहीं मिले 40 करोड़ तो थम गयी जिले के विकास की रफ्तार, जानिए पूरा मामला Aligarh news
एडीए को पांच साल से स्टांप शुल्क का भुगतान न होने से शहर में विकास की रफ्तार थम गई है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता । अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) को पिछले पांच साल से स्टांप शुल्क का भुगतान न होने के चलते शहर में विकास की रफ्तार थम गई है। प्राधिकरण अब न तो कोई नया काम करा रहा है और न ही पुरानों का मरम्मतीकरण कर पा रहा है। पिछले पांच साल से करीब 40 करोड़ का बजट शासन में अटका है। इसके लिए कई बार पत्र भी लिख जा चुके हैं, इसके बावजूद अभी तक नहीं मिल पाया है। 

पांच साल से नहीं मिल रहा स्‍टांप शुल्‍क का हिस्‍सा

जमीनों के बैनामों पर स्टांप शुल्क से दो फीसद की कटौती होती है। यह धनराशि निबंधन विभाग शासन में भेजता है। वहां से इसे तीन हिस्सों में बांटा जाता है। फिर, एक-एक हिस्से को नगर निगम, एडीए व आवास विकास में भेजा जाता है, लेकिन पांच साल पहले से एडीए को यह धनराशि मिलनी बंद हो गई है। अब तक करीब 40 करोड़ का बजट लंबित पड़ा हुआ है। इसके लिए कई बार पत्र लिखा गया है, लेकिन अब तक यह धनराशि नहीं आई है। ऐसे में अब एडीए का सालाना बजट ही पटरी से उतर गया है।

बजट न होने से विकास कार्य थमे

आर्थिक तंगी के चलते ही प्राधिकरण में विकास कार्य थम गए हैं। पिछले काफी समय से प्राधिकरण ने कोई भी नया काम नहीं कराया है।

केवल कर्मचारियों का वेतन ही निकल रहा 

एडीए को अवैध निर्माण पर शमन व नक्शा पास करने से भी आय होती है, लेकिन इस धनराशि से कर्मचारियों का वेतन भी मुश्किल से निकल पाता है। अभियंता भी इस आय को बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।

इनका कहना है

स्टांप शुल्क के हिस्से के लंबित भुगतान के लिए शासन में कई बार पत्र लिखा जा चुका है। अगर बजट मिल जाता है तो विकास कार्यों में काफी मदद मिलेगी।

अर्जुन सिंह तोमर, प्रभारी सचिव

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