पुलिस की अनदेखी के चलते सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों की पहचान गायब Aligarh news
पुलिस की अनदेखी कहें या लोगों की बेपरवाही। बिना नंबर प्लेट वाले वाहन शहर की सड़कों पर बेधड़क होकर दौड़ रहे हैं।
अलीगढ़ [जेएनएन] : पुलिस की अनदेखी कहें या लोगों की बेपरवाही। बिना नंबर प्लेट वाले वाहन शहर की सड़कों पर बेधड़क होकर दौड़ रहे हैं। कुछ लोग वाहन खरीदने के लंबा वक्त गुजरने के बाद भी पंजीयन नंबर अंकित कराने की जहमत नहीं उठाते तो अधिकतर लोग नंबर प्लेट पर अपना नाम, पदनाम, संगठन व पार्टी का स्लोगन लगाकर चलते हैं। इससे साफ है कि बिना 'पहचानÓ वाले वाहन चालकों को नियमों की परवाह तो है ही नहीं, साथ ही यातायात पुलिस का चाबुक भी इन पर शिकंजा कसने में नाकाम है। दैनिक जागरण की टीम ने मंगलवार को सबसे व्यस्ततम रामघाट रोड और जीटी रोड पर ऐसे वाहनों का रीयल चेकअप किया तो 'दबंगईÓ के आगे पुलिस भी बेबस नजर आई।
पीछे भी नहीं रहता नंबर प्लेट
मुख्य मार्ग पर दौडऩे वाले कई ऑटो रिक्शा आगे तो नंबर प्लेट लगाकर रखते हैं, पर पीछे या तो नंबर प्लेट गायब होती है या फिर प्लेट पर कालिख के कारण नंबर स्पष्ट दिखाई नहीं देता। शहर में चल रहे अधिकतर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का भी यही हाल है। गांधीपार्क बस स्टैंड के कंपनी बाग चौराहा पर ई-रिक्शा और ऑटो की भरमार रहती है। मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे चौराहे के बीचों-बीच एक पुलिसकर्मी यातायात को सुचारू बनाने में जुटे थे। दो पुलिसकर्मी गोल चक्कर के पास थे। जब ट्रैफिक बहाल हुआ तो उन्होंने मोबाइल से ई-चालान काटना शुरू कर दिया। इस दौरान कई वाहन ऐसे गुजरे, जिनके आगे और पीछे नंबर प्लेट थी ही नहीं, लेकिन पुलिस को ऐसे वाहन नजर नहीं आए। थोड़ा आगे दुबे के पड़ाव चौराहे पर एक पुलिसकर्मी ने एक बाइक सवार को रोका, जिसकी पीछे की नंबर प्लेट पर एक संगठन का नाम दर्ज था। उसने रुकते ही अपनी पहचान बताकर रौब जमाना शुरू कर दिया। फोन पर किसी प्रभावशाली से बात कराई और हल्की गहमागहमी के बाद ट्रैफिक कर्मी बेबस हो गए। ये हालात हर 10 मिनट बाद देखने को मिल रहे थे।
ई-चालान में व्यस्त, उड़ती रहीं नियमों की धज्जियां
क्वार्सी चौराहे पर दोपहर दो बजे का वक्त। एक होमगार्ड चौराहे पर खड़ा था, जबकि दूसरा ट्रैफिक पुलिसकर्मी हाथ में मोबाइल लिए ई-चालान करने में व्यस्त था। कई बाइकें व कार ऐसी गुजरीं, जिनकी नंबर प्लेट ही नहीं थी। पर पुलिस को मतलब था सिर्फ ताबड़तोड़ ई-चालान से। बिना नंबर प्लेट वाले वाहन धड़ल्ले से निकलते गए। पुलिसकर्मी से पूछने पर जवाब मिला कि 'क्या फायदा ऐसे वाहनों को रोकने का। अभी रुकते ही सौ तरह के बहाने सुनने को मिलेंगे। किसी का वाहन नया है, कोई चालान से बचने के लिए प्लेट नहीं लगाता। किसी की प्लेट पर राजनीतिक पार्टी का लोगो है। वगैरह-वगैरह।Ó और फिर चालान काटने में व्यस्त हो जाते हैं। आगे बढ़कर सेंटर प्वाइंट चौराहे वाले मोड़ पर तीन पुलिसकर्मी यातायात को सुधारने में तैनात थे। उन्होंने भी किसी भी वाहन को रोकने की जहमत नहीं उठाई। कागजात और नंबर प्लेट के बारे में पूछना तो दूर, हेलमेट ना होते हुए एक भी बाइक व कार सवार को नहीं रोका गया।
लोगों के बोल
नौरंबाबाद निवासी अजय सिंह ने बताया किि सीवासवाववासवावद भी लोग वाहनों पर नंबर अंकित नहीं करवाते। बिना नंबर के मोटरसाइकिल पर तीन से चार युवक सवार होते हैं और शहर में हुड़दंग मचाते हैं, लेकिन इस तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता।
इनका कहना है
एसपी ट्रैफिक अजीजुल हक का कहना है कि जिन वाहनों पर नंबर प्लेट नहीं होती, उनके चेसिस नंबर के जरिये पूरी डिटेल निकल आती है। ऐसे वाहनों पर लगातार कार्रवाई की जाती है। जल्द ही अभियान चलाकर इन वाहनों पर शिकंजा कसा जाएगा।