खेल को आगे बढ़ाने वालों को पीछे ढकेलने से कैसे बढ़ेंगी प्रतिभाएं : मजहर
केंद्र सरकार फिट इंडिया खेलो इंडिया आदि तमाम अभियान चलाने में जुटी है। ये सारी कवायद इसलिए की जा रही हैं ताकि खेल व खेल प्रतिभाओें को बढ़ावा मिले खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रतिभाएं निखर कर सामने आएं अौर देश के लिए पदक जीतने की ओर आगे बढ़ें।
अलीगढ़, जेएनएन। केंद्र सरकार फिट इंडिया, खेलो इंडिया आदि तमाम अभियान चलाने में जुटी है। ये सारी कवायद इसलिए की जा रही हैं ताकि खेल व खेल प्रतिभाओें को बढ़ावा मिले, खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रतिभाएं निखर कर सामने आएं अौर देश के लिए पदक जीतने की ओर आगे बढ़ें। मगर खेल को आगे बढ़ाने वाले प्रशिक्षक जो सबसे अहम कड़ी होते हैं, उनको ही पीछे ढकेलने से प्रतिभाएं आगे कैसे बढ़ेंगीं। यह कहना है यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के सह संयुक्त सचिव मजहर उल कमर का। ये बातें उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर से खेल प्रशिक्षकों व खिलाड़ियों के साथ की गई जूम मीटिंग के बाद कही हैं।
आर्थिक पैकेज की घोषणा
मजहर ने कहा कि बड़ी उम्मीद के साथ कल मुख्यमंत्री की जूम पर आयोजित प्रदेश के खिलाड़ियों की वर्चुअल मीटिंग में अलीगढ़ के दर्जनों खेल संगठनों के पदाधिकारियों सहित खिलाड़ियों एवं खेल प्रशिक्षकों ने भाग लिया। प्रदेश के मुख्यमंत्री कोरोना वायरस के लड़ने के लिए प्रदेश के खिलाड़ियों, खेल संगठनों एवं खेल प्रशिक्षकों को कुछ जिम्मेदारी सौंपते हुए, पिछले एक वर्ष से प्रदेश के खेल प्रशिक्षकों की आर्थिक रूप से उनकी दयनीय दशा पर दया करते हुए उनके जीवन यापन के लिए कुछ महत्वपूर्ण आर्थिक पैकेज की घोषणा करेंगे। मगर ऐसा कुछ नहीं कर मुख्यमंत्री अपने संबोधन में सिर्फ कोरोना महामारी से बचाव पर किए जा रहे आंकडेबाजी गिनाकर खुद की पीठ थपथपाते रहे। वर्चुअल बैठक में आमंत्रित वक्ता के रूप में क्रिकेटर सुरेश रैना ने सिर्फ खेल प्रशिक्षकों की दयनीय स्थित पर अपनी बात रखी और बाकी आमंत्रित वक्ताओं में हॉकी ओलंपियन अशोक ध्यानचंद, एथलेटिक्स से विजय सिंह चौहान, आशीष कुमार, ओलंपियन प्रीति ने सिर्फ अपनी बड़ाई करते हुए प्रदेश सरकार की चापलूसी की।