निजी कर्मचारी का शव रेलवे ट्रेक पर कैसे पहुंचा, नहीं लगा सुराग
हाथरस गेट के हतीसा भंगवतपुर के निकट युवक का शव रेलवे ट्रेक पर पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया लेकिन हत्या हुई या शव वहां कैसे पहुंचा इसका सुराग अभी तक पुलिस को नहीं मिला है। इसको लेकर स्वजनों में नाराजगी है।
हाथरस, संवाद सहयोगी। उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस में इगलास के गांव करूआ निवासी युवक गुजरात के जैसलमेर में एक निजी कंपनी में बतौर कर्मचारी तैनात था। वो गुजरात जाने के लिए घर से निकला था। रविवार की तड़के कोतवाली हाथरस गेट के हतीसा भंगवतपुर के निकट युवक का शव रेलवे ट्रेक पर पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन हत्या हुई या शव वहां कैसे पहुंचा इसका सुराग अभी तक पुलिस को नहीं मिला है। इसको लेकर स्वजनों में नाराजगी है। इसके अलावा सासनी में युवक द्वारा फंदे पर लककने के मामले में भी पुलिस पता नहीं कर पाई है। आखिर युवक ने ऐसा क्यों किया। पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर तरह तरह की चर्चाएं हैं।
गांव करूआ निवासी 32 वर्षीय हरेंद्र गुजरात के जैसलमेर में नौकरी करता था। रविवार सुबह उसका शव हतीसा भंगवतपुर के निकट रेलवे ट्रेक पर पड़ा मिलने की सूचना पर परिवार में हाहाकार मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही शव मिलने की सूचना पर स्वजन कोतवाली हाथरस गेट पर पहुंच गए। स्वजन ने पुलिस को लिखकर दिया कि रविवार की शाम को नौकरी पर जाने की बात कहकर हरेंद्र निकला था। मृतक को नशा करने का शौंक था। नशे की हालत में वो ट्रेन से गिर गया होगा,जिससे उसकी मौत हो गई।
फंदे पर लटककर दी जान
सासनी के गांव लुटसान में रविवार रात को एक 20 वर्षीय युवक मामुद्दीन ने फंदे पर लटककर अपनी जान दे दी। युवक के आत्महत्या कर लिए जाने की सूचना पर पुलिस गांव पहुंच गई। शव को फंदे से उतारकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक की मौत से परिवार में हाहाकार मच गया। काफी प्रयास करने के बाद भी पुलिस यह जानकारी नहीं कर पाई कि आखिरकार किस कारण से युवक ने फंदे पर लटककर अपनी जान दी।