पंचायतों में विकसित होंगे हर्बल गार्डन, ओपन जिम भी खुलेगा Aligarh news

कोरोना काल में औषधीय पोधों की मांग बढ़ने पर अब पंचायती राज विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। जिले की सभी पंचायतों में हर्बल गार्डन विकसित होंगे। पहले चरण में जिले की 120 ग्राम पंचायतों का इसके लिए चयन हुआ है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 05:51 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 06:46 AM (IST)
पंचायतों में विकसित होंगे हर्बल गार्डन, ओपन जिम भी खुलेगा Aligarh news
जिले की सभी पंचायतों में हर्बल गार्डन विकसित होंगे।

सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़ । कोरोना काल में औषधीय पोधों की मांग बढ़ने पर अब पंचायती राज विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। जिले की सभी पंचायतों में हर्बल गार्डन विकसित होंगे। पहले चरण में जिले की 120 ग्राम पंचायतों का इसके लिए चयन हुआ है। स्कूल, कालेज व अन्य सरकारी जगहों पर इन्हें विकसित किया जाएगा। इस गार्डन में औषधीय पौधे विकसित किये जाएंगे। इनमें तुलसी, सहजन, अश्वगंधा, सतावर, नींबू, हल्दी, आंवला, तेजपात आदि पौधे लगाए जाएंगे। ग्रामीण डेंगू, मलेरिया समेत मौसमी बीमारियों में इनका प्रयोग कर निजात पा सकेंगे। ग्राम निधि से इन पर बजट खर्च होगा। एक हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में एक हर्बल् गार्डन विकसित होगा।

बढ़ी औषधीय पौधों की मांग

कोरोना वायरस से बचने और संक्रमण होने पर उससे जल्दी ठीक होने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होनी चाहिए। ऐसे में सरकार पिछले काफी समय से लेागों को रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जागरुक कर रही है। ऐसे में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोगों ने औषधीय पौधों काे भी अपनी जीवन चर्या में इस्तमाल करना शुरू कर दिया है। इसी कारण औषधीय पौधों की मांग भी बढ़ने लगी हैं। गिलोय, पिपली, लेमन ग्रास, परिजात, एलोवेरा, तुलसी रामा व श्यामा, मीठी नीम, अश्वगंधा, काल मेध, सतावर, सहजन जैसे कई पौधों की मांग बढ़ गयी है।

120 पंचायतों में फैसला

जिले में कुल 867 ग्राम पंचायतें हैं। अब शपथ ग्रहण के बाद सभी प्रधानों ने कामकाज करना शुरू कर दिया है। पंचायती राज विभाग से भी पंचायतों में विकास की रूपरेखा बनाई गई है। इसमें हर गांव में हर्बल गार्डन यानि पोषण वाटिकाएं विकसित करने का भी फैसला लिया है। पहले चरण में 120 पंचायतों का चयन किया गया है। एक पंचायत में एक हजार वर्ग मीटर क्षेत्र फल में एक हर्बल गार्डन विकिसत होगा। पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, कालेज व अन्य सरकारी जगहों पर इन्हें विकसित किया जा सकेगा। ग्राम निधि के राज्य वित्त आयोग से इस पर खर्च की पूर्ति होगी। पंचायती राज विभाग की तरफ से चिन्हित पंचायतों में इस पर काम शुरू करने के निर्देष दे दिए हैं। इन हर्बल गार्डन में नीम, तुलसी, गिलोय, आंवला, एलोवेरा, अश्वगंधा, सहजन के पौधे विकसित किए जाएंगे।

ओपन जिम की भी होगी स्थापना

हर्बल गार्डन के साथ ही पंचायतों में ओपन जिम की भी स्थापना होगा। 2000 वर्ग मीटर जमीन वाली पंचायतों का इसमें चयन किया जा रहा है। इस जिम के चारो तरफ लोगो के टहलने के लिए ट्रैक भी बनाए जाएंगे। राज्य वित्त आयोग से भी इसके बजट की पूर्ति होगी।

इनका कहना है

ग्राम निधि से हर्बल गार्डन बनाने का निर्णय हुआ है। पहले चरण जिले में 120 पंचायतों का चयन किया गया है। गांव के ही स्कूल, कालेज व अन्य सरकारी जगहों पर इन्हें विकसित किए जाएगा। गांव के लोग इनका लाभ उठा सकेंगे।

धनंजय जायसवाल, जिला पंचायत राज अधिकारी

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