हाथरस बिजली विभाग पर आरटीआइ का जवाब न देने का आरोप Hathras News

बिजली विभाग के अधिकारी जन सूचना अधिकार के तहत मांगे सवालों के जवाब को नहीं दे रहा है। प्रथम अपीलीय अधिकारी ने भी कारण बताते हुए जवाब देने से इंकार कर दिया है। आवेदक ने विभागी अधिकारियों पर जवाब न देने का आरोप लगाया है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 08:22 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 08:45 AM (IST)
हाथरस बिजली विभाग पर आरटीआइ का जवाब न देने का आरोप Hathras News
बिजली विभाग के अधिकारी जन सूचना अधिकार के तहत मांगे सवालों के जवाब को नहीं दे रहा है।

हाथरस, जागरण संवाददाता। बिजली विभाग के अधिकारी जन सूचना अधिकार के तहत मांगे सवालों के जवाब को नहीं दे रहा है। प्रथम अपीलीय अधिकारी ने भी कारण बताते हुए जवाब देने से इंकार कर दिया है। आवेदक ने विभागी अधिकारियों पर जवाब न देने का आरोप लगाया है।

मथुरा निवासी अनुराग चतुर्वेदी ने मांगी थी आरटीआइ के तहत सूचना

मथुरा निवासी अनुराग चतुर्वेदी ने अधिशासी अभियंता विद्युत परीक्षण खंड हाथरस से मार्च 2020 से अगस्त 2021 तक वाह्य एजेंसी को किए गए समस्त विद्युत आपूर्ति आदेश, किए गए समस्त कार्य आदेश व अनुबंध की सत्याप्रति उपलब्ध कराने के लिए जनसूचना अधिकार के तहत आवेदन किया था। अधिशासी अभियंता द्वारा सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के धारा 8 (डी) के अंतर्गत होने के कारण सूचनाएं दी नहीं जा सकती है। निर्धारित अवधि में सवालों का जवाब न देने पर प्रथम अपीलीय अधिकारी अधीक्षण अभियंता के यहां आवेदन कर फिर से जानकारी मांगी गई थी।

नहीं मिला संतोषजनक जवाब

प्रथम अपीलीय अधिकारी अधीक्षण अभियंता जगतराम ने आवेदक को जवाब दिया कि अधिशासी अभियंता व जन सूचना अधिकारी विद्युत नगरीय वितरण खंड व विद्युत परीक्षण खंड द्वारा प्रस्तुत सूचना में हस्तक्षेप करना किसी भी रूप में अनुचित नहीं है। अन्य और कोई सूचना मंडल कार्यालय में उपलब्ध नहीं है। आवेदक अनुराग चतुर्वेदी का आरोप है कि उन्होंने जवाब हासिल करने के लिए विभाग के कई चक्कर लगाए थे लेकिन संतोष जनक जवाब नहीं मिला है।

पूर्व में भी आरटीआइ का जवाब नहीं देने के लगे हैं आरोप

बिजली विभाग में संविदा कर्मियों, कंंप्यूटर आपरेटर और मीटर रीडरों के पद और उनकी नियुक्ति के बारे में जानकारी जनसूचना अधिकार के तहत मांगी गई थी। यह जानकारी आज तक विभाग की ओर से नहीं मिल पाई है। जानकारी मांगने के समय से लेकर अब तक अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता भी बदल चुके हैं।

chat bot
आपका साथी