Hathras City Station: ट्रेनों की संख्या में इजाफा होने से बढ़ी स्टेशनों पर रौनक
दो जोड़ा ट्रेन और बढ़ जाने से अब लोकल ट्रेनों की संख्या पांच हो गई है। इन ट्रेनों के संचालन से सिटी स्टेशन पर पसरा सन्नाटा खत्म होने लगा है। यात्रियों की संख्या बढ़ने से अब स्टेशन पर भी चहल-पहल नजर आने लगी है।
हाथरस, संवाद सहयोगी। दो जोड़ा ट्रेन और बढ़ जाने से अब लोकल ट्रेनों की संख्या पांच हो गई है। इन ट्रेनों के संचालन से सिटी स्टेशन पर पसरा सन्नाटा खत्म होने लगा है। यात्रियों की संख्या बढ़ने से अब स्टेशन पर भी चहल-पहल नजर आने लगी है। त्योहारी सीजन में ट्रेनों की संख्या में इजाफा करने का रेेेलवे द्वारा लिया गया निर्णय यात्रीहित सराहनीय है।
वैश्विक महामारी कोरोनाकाल में सिमट गया ट्रेनों का सफर अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है। पहले नान स्टाप एक्सप्रेस, फिर एक्सप्रेस का स्टापेज उसके बाद लोकल ट्रेन सेवा पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा हाथरस सिटी स्टेशन को दी गईं। काफी समय से यहां पर 24 घंटे में सिर्फ तीन जोड़ा ट्रेन ही दौड़ रही थीं। लोकल ट्रेनों की यहां पर बहुत कमी यात्रियों द्वारा महसूस की जा रही थी। रेल प्रशासन से ट्रेनों को बढ़ाने के लिए मांग भी की गई। ट्रेनों के नहीं होने से सिटी स्टेशन सहित जिले के सभी लोकल स्टेशनों पर सन्नाटा सा पसरा रहता था।
18 अक्टूबर से बढ़ा दी गईं दो लोकल ट्रेन
पूर्वोत्तर रेलवे ने कासगंज व मथुरा के बीच दो लोकल ट्रेनों का संचालन 18 अक्टूबर से बढ़ा दिया गया। इसमें ट्रेन संख्या 05413 कासगंज-आगरा फोर्ट कासगंज से 8.00 चलकर हाथरस सिटी स्टेशन पर 9.18 बजे पहुंचेगी। वहीं दूसरी ट्रेन संख्या 05423 कासगंज-भरतपुर, कासगंज से 17.37 चलकर हाथरस सिटी पर यह 19.03 बजे पहुंचेगी। दोनों ट्रेनों का स्टापेज दो मिनट का निर्धारित किया गया है।
मिलेगी डग्गेमार वाहन और महंगे किराये मुक्ति
पूर्वोत्तर रेलवे के हाथरस सिटी स्टेशन पर अब यात्री ट्रेनों की संख्या 15 हो गई है। इनमें 10 एक्सप्रेस ट्रेन हैं सप्ताह में एक, दो या तीन ही मिलेंगी। पांच ट्रेन यात्री ट्रेन प्रतिदिन चलेंगी जो सभी निर्धारित लोकल स्टेशनों पर भी स्टापेज लेंगी। इससे यात्रियों को डग्गेमार वाहन में जान जोखिम में डालकर यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। वहीं बस व अन्य वाहनों के महंगे किराये से भी लोगों को राहत मिलेगी।
यात्रियों के हित में हाथरस सिटी स्टेशन पर दो लोकल ट्रेनों का संचालन और बढ़ा दिया गया है। इससे यात्रियों को काफी लाभ होगा। यात्रियों की संख्या में इजाफा होता है भविष्य में भी उच्चाधिकारी ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं।
- बीसी मीणा, डीसीआई