Hathras Bulgarhi Murder Case: भीम आर्मी प्रमुख आजाद के आने की खबर से गर्माया सियासी माहौल

घटना के एक साल से खामोश बूलगढ़ी में अब सियासी माहौल फिर गर्माता जा रहा है। गुरुवार को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेख्र आजाद के गांव आने की खबर ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के अलावा खुफिया विभाग भी सतर्क हो गया है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 01:23 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 01:23 PM (IST)
Hathras Bulgarhi Murder Case: भीम आर्मी प्रमुख आजाद के आने की खबर से गर्माया सियासी माहौल
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेख्र आजाद के गांव आने की खबर ने सियासी हलचल बढ़ा दी है।

हाथरस, जागरण संवाददाता। घटना के एक साल से खामोश बूलगढ़ी में अब सियासी माहौल फिर गर्माता जा रहा है। गुरुवार को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेख्र आजाद के गांव आने की खबर ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के अलावा खुफिया विभाग भी सतर्क हो गया है।  स्थानीय प्रशासन को भीम आर्मी के प्रमुख आजाद के आने की सूचना मिली तो प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस अधिकारी सतर्क हो गए। थाना चंदपा से लेकर गांव तक फोर्स बढ़ा दिया गया है। सीआरपीएफ के कमांडेट से भी अधिकारियों की बात हो चुकी है। भीम आर्मी प्रमुख आजाद मृतका के स्वजन से मिलेंगे।

बूलगढ़ी के रास्ते बंद

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के आने की खबर के बाद बूलगढ़ी को जाने वाले हर रास्ते पर प्रशासन ने पुलिस के अलावा के पीएसी जवान तैनात कर दिए हैं। जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है और जवान तैनात हैं। खुफिया विभाग भी पूरी तरह सतर्क है। आजाद के गांव में पांच आने का समय बताया जा रहा है।

यह है मामला

एक साल पहले युवती के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद गांव को सियासी अखाड़ा बन गया था। राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के अलावा रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, रिपब्लिकन पार्टी अॉफ इंडिया के अध्यक्ष व केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद, वामपंथी नेता सीताराम येचुरी, डीके राजा और सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर. संदीप पांडे व अन्य प्रमुख लोग गांव पहुंचे थे। प्रदेश सरकार के अलावा अन्य संगठनों की ओर से भी मदद दी गई। उनके प्रतिनिधि के रूप में तत्कालीन डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी व अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने भी स्वजनों से बात की थी। इस मामले की सीबीआई और एसआइटी जांच हो चुकी है। मामला कोर्ट में चल रहा है और चारों आरोपित जेल में हैं।

पुलिस अधिकारी सतर्क

मृतका के स्वजनों को सीसीटीवी कैमरों के साथ सीआरपीएफ की सुरक्षा मिली हुई है। एक साल बाद गांव में सबकुछ ठीक चल रहा था। अब एक बार फिर भीम आर्मी प्रमुख के आने से जनपद की राजनीति में सियासी माहौल गर्माता गया है। स्थानीय प्रशासन को भीम आर्मी के प्रमुख आजाद के आने की सूचना मिली तो प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस अधिकारी सतर्क हो गए। थाना चंदपा से लेकर गांव तक फोर्स बढ़ा दिया गया है। सीआरपीएफ के कमांडेट से भी अधिकारियों की बात हो चुकी है। भीम आर्मी प्रमुख आजाद मृतका के स्वजन से मिलेंगे।

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