रजवाह की खंदी कटने से हरदुआगंज के गांव खुर्द खेड़ा की फसल जलमग्नAligarh News

मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर हरदुआगंज क्षेत्र के गांव खुर्द खेड़ा में रजवाह की खंदी कटने से डेढ़ दर्जन किसानों की फसल जलमग्न हो गईं है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 05:31 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 07:40 AM (IST)
रजवाह की खंदी कटने से हरदुआगंज के गांव खुर्द खेड़ा की फसल जलमग्नAligarh News
रजवाह की खंदी कटने से हरदुआगंज के गांव खुर्द खेड़ा की फसल जलमग्नAligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन]। मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर हरदुआगंज क्षेत्र के गांव खुर्द खेड़ा में रजवाह की खंदी कटने से डेढ़ दर्जन किसानों की फसल जलमग्न हो गईं है। किसान बर्बाद होती फसल को देखकर चिंता में हैं। अधिकारियों की अनदेखी से किसानों में गुस्सा बढ़ रहा है।

खुर्द खेड़ा में रजवाह की कटी खंदी

मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर हरदुआगंज क्षेत्र में बीते एक पखवारे से रजवाह में पानी ठीकठाक चल रहा है। इससे किसानों के चेहरों पर खुशी थी। सिंचाई की उम्मीद बंधने से किसानों के चेहरों पर रौनक आ गई थी। गुरुवार की रात गिरे ओले व बारिश से किसानों में मायूसी छा गई। शुक्रवार को मौसम और अधिक खराब हो गया। शनिवार की सुबह किसी ने अपने खेत भरने की गरज से छोटी सी खंदी काट दी। इससे रजवाह की खंदी की लगातार धसक रही मिट्टी ने विकराल रूप धारण कर लिया।

गांव खुर्द खेड़ा में धसक रही मिट्टी

रजवाह से अचानक निकली पानी की तेज धारा ने तबाही मचानी शुरू कर दी। इससे डेढ़ दर्जन से अधिक किसानों की फसलें जलमग्न हो गई हैं। जलभराव से ज्वार, बाजरा, उर्द, मूंग, तिल आदि फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। कटी खंदी से न सिर्फ फसलें डूबकर बर्बाद हुई, बल्कि किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है। किसानों के सामने जीविका का संकट खड़ा हो गया है। खास बात यह है कि इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं। बावजूद न तो किसान गंभीर हैं और न ही अधिकारी ध्यान दे रहे हैं। अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया तो कभी किसानों का गुस्सा सड़क पर आंदोलन के रूप में आ सकता है।

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